Kathavachak Misbehaveiour Case Live: उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव कथावाचक व्यास मुकुट मणि, संत यादव के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले को लेकर गुरुवार को इटावा में जमकर हंगामा हुआ. हालात इतने बिगड़ गए कि दादरपुर गांव को लगभग पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. यादव समाज और 'अहीर रेजिमेंट' के युवाओं ने गुरुवार को गांव में घुसने की कोशिश की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका तो बवाल खड़ा हो गया. कहा जा रहा है कि दादरपुर गांव में घुसने की कोशिश कर रहे यादव समाज के लोग रास्ते में अन्य लोगों से उनकी जाति पूछ रहे थे, उसके बाद ही गांव में घुसने दिया जा रहा था. सैकड़ों की संख्या में यादव समाज के लोग बाइकों पर सवार होकर दादरपुर गांव के पास पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया.. 'अहीर रेजिमेंट' और यादव समाज के लोगों ने गगन यादव की रिहाई और कथावाचकों के साथ दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने नारेबाजी कर सड़क जाम कर दी. धीरे-धीरे विरोध-प्रदर्शन उग्र होता चला गया. मामले में क्या कुछ चल रहा है, जानें.
ETAWAH KATHAVACHAK MISBEHAVEIOUR CASE LIVE UDATES.............
संत सिंह यादव की पत्नी बोलीं- ब्राह्मण महिला झूठ बोल रही हैं, 15 साल से कथा कर रहे कभी आरोप नहीं लगे
इटावा में कथावाचन करने वाले दो लोगों में एक थे संत सिंह यादव. संत सिंह यादव वो शख़्स हैं, जिनका मुंडन भीड़ में कर दिया था. संत सिंह की पत्नी संगीता यादव ने एनडीटीवी से खास बातचीत में दावा किया कि उनके पति पर आरोप लगाने वाली ब्राह्मण महिला झूठ बोल रही है. उन्होंने कहा कि उनके पति बीते 15 सालों से कथा कर रहे हैं, लेकिन कभी इस तरह का आरोप उनपर नहीं लगा. उन्होंने कहा कि जब वीडियो में महिला से पेशाब मंगाने की आवाज़ आ रही है, जो शुद्धिकरण के नाम पर पेशाब छिड़कने का सबूत है. संगीता यादव सवाल उठाती हैं कि अगर छेड़खानी हुई भी तो पुलिस बुलाने की जगह भीड़ ने बदसलूकी क्यों की? उन्होंने ये भी पूछा कि मुंडन करने, मारपीट करने और पेशाब छिड़कने का अधिकार किसने दिया. संगीता यादव ने बताया कि उनके पति पहले स्कूल चलाते थे लेकिन स्कूल को मान्यता नहीं मिली तो वो मुकुट सिंह के साथ आ गए और कथा करने लगे. उन्होंने न्याय की मांग करते हुए पेशाब छिड़कने वाली महिला की गिरफ़्तारी समेत मारपीट करने वालों पर कार्रवाई की मांग की. संत सिंह की बेटी ने भी सवाल खड़े करते हुए पूछा कि अगर घर में कोई पुरुष कमरे में बैठा होगा तो गांव की परंपरा के मुताबिक़ जब तक कोई पुरुष उस कमरे में नहीं होगा, तब तक महिला उसमें नहीं जाती है.
कथावाचक ने मेरी पत्नी के हाथ से खाना खाने की डिमांड की- जयप्रकाश तिवारी
यादव कथावाचकों को खाने पर बुलाने वाले जय प्रकाश तिवारी ने आरोप लगाया कि उन्होंने उनकी पत्नी से अपने हाथ से खाना खिलाने की डिमांड की थी. जब उन लोगों ने इसपर आपत्ति जताई तो कथावाचकों ने उनके माफी मांग ली.
भोजन करने बैठे और उंगली छूकर छेड़खानी... यजमान जय प्रकाश तिवारी ने कथावाचक पर लगाया बड़ा आरोप
इटावा में जो भागवत कथा का आयोजन हुआ था, वो आयोजन पूरे गांव ने किया था. इस आयोजन में जय प्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रेणु तिवारी परीक्षित (यजमान) की भूमिका में थे. ऐसे में 21 जून को भगवत कथा के पहले दिन कलश यात्रा और पाठ के बाद मुकुट सिंह उर्फ़ मुकुट मणि अग्निहोत्री, संत सिंह यादव और दो अन्य सहयोगी तिवारी परिवार के घर रात का भोजन करने पहुंचे और वहीं से विवाद शुरू हुआ. जय प्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रेणु तिवारी ने एनडीटीवी से पूरी घटना के बारे में अपना पक्ष रखा. जय प्रकाश तिवारी का कहना है कि घर के बैठक वाले कमरे में कथावाचक भोजन करने बैठे और उंगली छूकर छेड़खानी करने की कोशिश की.
उन्होंने बताया कि कथावाचकों ने उनकी पत्नी से कहा कि अपने हाथ से खाना खिलाओ. इसपर आपत्ति हुई तो उन्होंने माफ़ी मांग ली. तभी अपने झोले से वो कुछ सामान निकाल रहे थे और उसी दौरान मुकुट नाम के कथावाचक के दो आधार कार्ड्स नीचे गिर गए. एक कार्ड पर मुकुट सिंह नाम था और दूसरे पर मुकुट मणि अग्निहोत्री दर्ज था. यहीं से जाति पूछना शुरू हुआ.
कथावाचक के साथ बदसलूकी का मामला: गगन यादव के खिलाफ इटावा में हुआ केस दर्ज
कथावाचक के साथ की गई बदसलूकी के मामले में गगन यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि गगन की अपील पर ही यादव बिरादरी के लोग गुरुवार को इटावा पहुंचे थे और पुलिस पर पथराव किया था.
हम जाति देखकर योजनाएं नहीं लाते हैं... कथावाचक को लेकर जारी विवाद में सीएम योगी का बड़ा बयान
सीएम योगी ने कथावाचक को लेकर हुए विवाद पर एक बड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि याद करिए 24 जनवरी 1950 नोटिफिकेशन जारी होती है उत्तर प्रदेश नाम से लेकिन कभी भी आयोजन नहीं हुआ क्योंकि पिछली सरकारों को जातीय संघर्ष कराने से और जातीय संघर्ष के आधार पर प्रदेश को पहचान के संकट से गुजारने में उन लोगों को फुर्सत ही नहीं मिलती थी. वह अपने परिवार के लिए करते थे प्रदेश से मतलब नहीं था.परिणाम क्या था इस भीषण संकट से दौर से हम गुजर रहे थे कि उत्तर प्रदेश के नाम पर धर्मशाला तो दूर होटल में भी लोग रूम नहीं मिल पाए थे.पैसा देकर भी लोगों को रूम नहीं मिल पाए थे.
अखिलेश यादव ब्राह्मण विरोधी नहीं हैं, ये दिखाने की कोशिश-केशव प्रसाद मौर्य
इटावा कथावाचक मामले में सपा की एंट्री होने के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि ये बताने और दिखाने के लिए कि अखिलेश यादव ब्राह्मण विरोधी नहीं हैं वह आज दोपहर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक संतोष पांडे के घर लखनऊ जाएंगे.
सनातनी की चोटी काटना निंदनीय कृत्य-देवकीनंदन ठाकुर
इटावा में 21 जून को कथावाचकों मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार हुआ था. घटना के बाद हो रही राजनीति पर देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि किसी के साथ भी दुर्व्यवहार करना गलत है. हम खुद प्रचार करते हैं कि कलावा पहनो, चोटी रखो, तिलक लगाओ. किसी भी सनातनी की चोटी काटना, उसका अपमान करना, अत्यंत निंदनीय कृत्य है और ये धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है.
Kathavachak Case Live: दादरपुर में हुए विरोध प्रदर्शन में सपा की भूमिका नहीं-प्रवक्ता
इटावा के दादरपुर गांव में हाल ही में हुए बवाल और प्रदर्शन को लेकर समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट रूप से खुद को इस घटनाक्रम से अलग कर लिया.पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य बबलू और प्रदेश सचिव गोपाल यादव ने प्रेस वार्ता कर कहा कि इस प्रदर्शन का समाजवादी पार्टी से कोई संबंध नहीं है और ना ही पार्टी ने इसका कोई आह्वान किया था.
Kathavachak Case Live: कथावाचक से दुर्व्यवहार सभ्य समाज में स्वीकार नहीं-सपा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने इटावा में कथावाचक के साथ हुए दुर्व्यवहार की गुरुवार को निंदा करते हुए इसे अमानवीय बताया. उन्होंने कहा कि इसे एक सभ्य समाज में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
Kathavachak Case Live: दादरपुर गांव छावनी में तब्दील
इटावा के एसपी श्रीश चंद्र ने कहा कि दादरपुर गांव के नजदीक कुछ लोगों की तरफ से उपद्रव करने की कोशिश की गई थी. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी. ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं कोई भी अशांति न फैले. दादरपुर गांव में फोर्स को लगाया गया है.
Kathavachak Case Live: देखते ही देखते उग्र हुआ विरोध प्रदर्शन
धीरे-धीरे विरोध-प्रदर्शन उग्र होता चला गया. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक शुरू हो गई. पुलिस की तरफ से लोगों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन बातचीत नहीं बनने पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग किया गया.
Kathavachak Case Live: कथावाचकों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की मांग
शुरुआत में 'अहीर रेजिमेंट' और यादव समाज के लोगों ने बकेवर थाने के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान गगन यादव की रिहाई और कथावाचकों के साथ दुर्व्यवहार की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. उन्होंने नारेबाजी की, सड़क जाम की और कथावाचकों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की मांग की.
Kathavachak Case Live: जाति पूछकर गांव में घुसने दे रहा था यादव समाज
कहा जा रहा है कि दादरपुर गांव में घुसने की कोशिश कर रहे यादव समाज के लोग रास्ते में अन्य लोगों से उनकी जाति पूछ रहे थे, उसके बाद ही गांव में घुसने दिया जा रहा था. सैकड़ों की संख्या में यादव समाज के लोग बाइकों पर सवार होकर दादरपुर गांव के पास पहुंचे थे और विरोध करना शुरू किया था.
Kathavachak Case Live: दादरपुर गांव में हुआ जमकर हंगामा
यादव कथावाचक के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले को लेकर इटावा में गुरुवार को हंगामा खड़ा हो गया. हालात इतने बिगड़ गए कि दादरपुर गांव को लगभग पुलिस छावनी में बदल दिया गया है. यादव समाज और 'अहीर रेजिमेंट' के युवाओं ने गुरुवार को दादरपुर गांव में घुसने की कोशिश की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका तो बवाल खड़ा हो गया.
Kathavachak Case Live: अखिलेश घटना को दे रहे जातिवादी रंग- मंत्री जयवीर सिंह
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवा को एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर स्थिति पर विस्तृत जानकारी देते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर इस घटना को जातिवादी रंग देने का आरोप लगाया और स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में कभी भी जाति को आधार नहीं बनाती.
Etawah Live Updates: कथावाचक मारपीट मामले में वीडियो वायरल
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोगों को कथित तौर पर यह कहते सुना गया कि ‘ब्राह्मणों के गांव में आने की सजा मिल रही है.' सपा ने भी यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
Etawah Live Updates: यादव कथावाचकों के साथ हुई मारपीट
इटावा के दादारपुर गांव में 22-23 जून की रात को दो भागवत कथा वाचकों मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव को कथित तौर पर 'ऊंची जाति' के लोगों द्वारा मुंडन करा दिया गया और अपमानित किया गया, क्योंकि कथा वाचक यादव जाति के हैं.
Etawah Live Updates: गिरफ्तारी और FIR वापस लेने की मांग पर विरोध-प्रदर्शन
इटावा के दंदारपुर गांव में कथित तौर पर जाति के आधार पर कथा वाचक और उनके सहयोगी के मुंडन की घटना के कुछ दिन बाद गुरुवार को तनाव उस समय और बढ़ गया जब यादव समूह के सदस्यों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ितों के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.