Diksha Tiwari death case: उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में बृहस्पतिवार को एक डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थितियों में पांचवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई. जानकारी के अनुसार हादसे के समय उसके दोस्त, डॉक्टर हिमांशु और डॉक्टर मयंक भी मौजूद थे. परिवार के लोगों ने दोस्तों पर छत से फेंकने का आरोप लगाया है. इसके बाद पुलिस ने हिमांशु और मयंक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
दीक्षा के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि यह एक हादसा था. हालांकि, परिवार के लोगों का मत बदल गया और दोस्तों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. हिमांशु ने दीक्षा के शव को देखने की इच्छा जताई. हिमांशु ने कहा कि हमलोगों ने आखरी तक बचाने की कोशिश की. एकबार उसे दिखा दिजिए.
पुलिस हिमांशु को लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंती. वहां हिमांशु ने जैसे ही दीक्षा का चेहरा देखा, शव से लिपट कर रोने लगा. बरेली की रहने वाली छात्रा दीक्षा एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी और इसी का जश्न मनाने एक रेस्टोरेंट में पार्टी करने के बाद कॉलेज के ऑडिटोडियम बिल्डिंग की छत पर पहुंची.
कैसे हुआ हादसा? दोस्तों ने बताया
दोस्तों ने बताया कि दीक्षा बात करते हुए छत पर वेंटिलेटर के लिए बनी जगह पर बैठ गई. दीक्षा छत के जिस भाग पर बैठी, वह अचानक टूटकर गिर गया और वो नीचे गिर गई. बाद में गेट तोड़कर उसकी बॉडी को बाहर निकाला. लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने क्या कहा?
सहायक पुलिस आयुक्त (स्वरूप नगर) शिखर ने ‘पीटीआई—भाषा' को बताया, ''बरेली की रहने वाली छात्रा दीक्षा तिवारी ने हाल ही में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी. वह अपने दो सहपाठियों के साथ पांचवीं मंजिल पर गई थी, जहां से वह अचानक डक्ट (इमारत में हवा के आवागमन के लिये छोड़ा जाने वाला खाली स्थान) में गिर गई. उन्होंने बताया कि दीक्षा के दोस्त उसे अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने दीक्षा की दोनों दोस्तों को हिरासत में ले लिया है.
सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और अभी यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी कि यह दुर्घटना है या आत्महत्या अथवा हत्या.