- वाराणसी में 5 नवंबर को देव दीपावली का भव्य आयोजन होगा, जिसमें 10 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे.
- गंगा घाटों को बीस सेक्टरों में बांटा गया है और हर सेक्टर में नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं.
- देव दीपावली के दिन घाटों पर शाम पांच बजे से दीप जलाने का शुभारंभ होगा और विशेष गंगा आरती होगी.
वाराणसी में देव दीपावली की तैयारियां जोरों पर हैं और 5 नवंबर को भव्य आयोजन होने वाला है. बनारस के घाटों और अन्य जलाशयों के किनारे 10 लाख से ज्यादा दीये जलाकर दीपावली जैसा भव्य उत्सव मनाया जाएगा. यूपी संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने ये जानकारी दी है.गंगा घाटों और उसके पार के तटों को 20 सेक्टर में बांटा गया है.हर सेक्टर के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं. काशी में कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है, जहां लाखों दीये जलाकर देवता रोशनी का ये त्योहार मनाते हैं.
काशी में आज भव्य होगी देव दीपावली
काशी में देव दीपावली के अवसर पर बुधवार शाम 5 नवंबर को पूरे वाराणसी के घाट दीपों की पंक्तियों से जगमगा उठेंगे.देव दीपावली का शुभारंभ सभी घाटों पर शाम 5.15 से 5.50 बजे तक होगा. नमो घाट, शीतला घाट, दशाश्वमेध घाट, और अस्सी घाट पर विशेष गंगा आरती शाम 6.00 से 6.50 बजे तक होगी.आरती के दौरान पूरे घाट क्षेत्र में मंत्रोच्चार, घंटे घड़ियाल की गूंज और दीपों की झिलमिलाहट से एक दिव्य माहौल बनेगा. चेत सिंह घाट पर दर्शकों के लिए तीन चरणों में प्रोजेक्शन एवं लेजर शो होगा.
लेजर शो से जगमगा उठेगा गंगा घाट
पहला शो शाम 6.15 से 6.45 बजे, दूसरा शाम 7.15 से 7.45 बजे और तीसरा शो रात 8.15 से 8.45 बजे तक चलेगा. यह लेजर शो काशी की पौराणिकता, अध्यात्म और संस्कृति को प्रकाश, ध्वनि और 3डी प्रभावों से प्रदर्शित करेगा. ललिता घाट के सामने रेती पर रात 8.00 से 8.15 तक होने वाली ग्रीन पटाखे आकर्षण का केंद्र रहेगा.
पटाखे भी चलेंगे, लेकिन प्रदूषण न के बराबर होगा
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल इस आतिशबाजी में हानिकारक रसायनों का प्रयोग नहीं होगा, जिससे प्रदूषण न के बराबर रहेगा. उन्होंने बताया कि गंगा तट पर हरियाली, स्वच्छता और ‘हरित काशी' का संदेश देते रंगों की बरसात इस कार्यक्रम को खास बनाएगी. पूरे आयोजन को लेकर सुरक्षा,सफाई और यातायात की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. उन्होंने बताया कि घाटों और गलियों को सजाने के लिए पर्यटन विभाग ने नगर निगम से समन्यवय करके आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की है.
रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगाएगा आसमान
उन्होंने बताया कि इस तरह ग्रीन आतिशबाजी का यह क्रम न केवल मनोरंजन का माध्यम बनेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ काशी के संदेश को भी प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करेगा. उन्होंने बताया कि गंगा तटों पर इस दौरान हजारों दीपों की रोशनी और आसमान में रंग-बिरंगी आतिशबाजी का संगम एक अलौकिक दृश्य रचेगा.














