- दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद यूपी के मंत्री ने शिक्षा संस्थानों की कड़ी जांच की आवश्यकता पर बल दिया है
- मंत्री ने कहा कि स्कूल और मदरसों में पढ़ाई की सामग्री और शिक्षण पद्धति की जांच बहुत जरूरी हो गई है
- उन्होंने शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों द्वारा आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की घटनाओं को गंभीर चुनौती बताया
दिल्ली में हुए ब्लास्ट को लेकर यूपी के मंत्री कपिल देव अग्रवाल का बड़ा बयान सामना आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि वर्तमान में जो परिस्थितिया है उसमें यह बहुत आवश्यक हो गया है कि जो जो शिक्षा के क्षेत्र में जाते हैं किसी भी विद्यालय स्कूल या फिर मदरसों में उन सब की जांच हो कि उन स्कूल मदरसों के अंदर क्या पढ़ाई होती है.
आपको बता दें कि इस घटना में जिस तरह से डॉक्टरों की गिरफ्तारियां हुई हैं उसको लेकर मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा है कि शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग जो शिक्षा क्षेत्र के माध्यम से पढ़ाई के माध्यम से अपने बच्चों को आगे बढ़ना चाहते हैं और वे ही लोग आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होंगे या पकड़े जाएंगे तो शासन प्रशासन सरकार और हम सबके लिए पूरे मानव जगत के लिए यह बहुत ही संकट का माहौल और वातावरण है.
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपील की है कि जो शिक्षा से जुड़े लोग हैं मौलवी है इनके धर्माचार्य हैं उन सब लोगों को आगे आकर इसकी निंदा करनी चाहिए, उनको पकड़े जाने में मदद करनी चाहिए. उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि हम लोग इसकी निंदा करते हैं तो कहीं जाकर वातावरण ठीक होगा नहीं तो इस प्रकार की घटना लगातार होना पूरे समाज को अस्थिर करने का काम कर रही है. जिससे एक डर और ख़ौफ का माहौल समाज के अंदर है.
यूपी सरकार में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दिल्ली में हुए ब्लास्ट को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि जो लोग शिक्षा पाकर डॉक्टर बन गए उनके द्वारा इस तरह की घटनाओं को अंजाम देना देश के लिए बहुत बड़ी चुनौती है. जो पढ़े-लिखे लोग हैं वह इस तरह का कदम उठा रहे हैं और मदरसों की भी जांच होनी चाहिए जहां पर इस तरह की तालीम इन लोगों को दी जा रही है.













