- उत्तर प्रदेश एटीएस ने बलरामपुर में धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया है. जालालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया गया है.
- छांगुर बाबा पर गैर-मुस्लिमों का धर्मांतरण कराने का आरोप है, उनमें से कुछ लोगों ने लखनऊ में घर वापसी की है.
- गिरोह के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन विभिन्न बैंक खातों में पाया गया. छांगुर बाबा ने कई इस्लामिक देशों का दौरा किया.
- वह लड़कियों को विशेष रूप से निशाना बनाता था और धर्मांतरण के लिए पैसे देता था.
उत्तर प्रदेश की एटीएस ने बलरामपुर जिले में एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में एटीएस ने जालालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया है, जो लखनऊ के विकास नगर इलाके में स्थित एक होटल में छिपकर रह रहे थे. दोनों आरोपी बलरामपुर जिले के मधुपुर के रहने वाले हैं.
जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा उर्फ पीर बाबा अब यूपी एटीएस की गिरफ्त में है. आरोप बहला फुसलाकर मासूम लोगों का धर्मांतरण करा उन्हें मुस्लिम बनाने का है. छांगुर बाबा ने जिन लोगों का धर्मांतरण कराया था, उनमें से कुछ लोगों ने हाल ही में लखनऊ में घर वापसी की है.
छांगुर बाबा ने कुछ साल पहले बलरामपुर में अपने गांव से थोड़ी दूरी पर मधपुर में एक घर बनाया था. इसी घर में वो अपने परिवार के अलावा नीतू उर्फ़ नसरीन के परिवार के साथ रहता था.
छांगुर बाबा पर आरोप
- लालच देकर गैर-मुस्लिमों का धर्मांतरण कराना
- इनके 40 से ज़्यादा बैंक अकाउंट्स में 100 करोड़ रूपयों से ज़्यादा का लेनदेन
- खाड़ी देशों से इनके अकाउंट्स में पैसे भेजे गए
- छांगुर ने 40 बार इस्लामिक देशों का दौरा किया
- धर्मांतरण कराने वालों को जाति के हिसाब से पैसे दिए जाते थे
- खासतौर पर लड़कियों को निशाना बनाया जाता था
छांगुर बाबा की सबसे करीबी थी नीतू उर्फ़ नसरीन और उसका पति नवीन उर्फ़ जमालुद्दीन. 10 साल पहले इन्होंने धर्मांतरण कराने के बाद छांगुर बाबा के साथ ही रहना शुरू कर दिया था.
धर्मांतरण गिरोह चलाने वाला 50 हजार का इनामी छांगुर बाबा गिरफ्तार होने से पहले लखनऊ में छुप बैठा था. लखनऊ के विकास नगर इलाके में स्थित स्टार रूम्स नाम के होटल में छांगुर और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन ने करीब 80 दिनों तक छुपकर समय काटा. स्टार रूम्स के रजिस्टर के मुताबिक छांगुर और नीतू की एंट्री 16 अप्रैल की है और ये दोनों 5 जुलाई को गए थे. ज़्यादातर समय दोनों ने कमरा नंबर 102 में बिताया था. दोनों के आधार कार्ड्स और रजिस्टर एंट्री होटल में हुई थी.
होटल मालिक कैमरा पर तो सामने नहीं आए. लेकिन उन्होंने बताया कि पहले ये लोग चार दिनों के लिए होटल में कमरा लिया था. फिर कभी दो दिन तो कभी चार दिन के लिए रूम बुकिंग एक्सटेंड करते गए. होटल मालिक ने जब देखा कि ये लोग लंबा रुक रहे हैं तो उन्होंने इतना लंबा रुकने का कारण भी पूछा. इस पर नीतू ने बताया कि उनका एक मुकदमा है, जिस सिलसिले में वो लखनऊ में रुकी हैं. उनसे मिलने के लिए एक वकील जरूर होटल आया था. फिलहाल दोनों एटीएस की गिरफ्त में हैं और पूछताछ की जा रही है.
धर्मांतरण मामले को लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने एनडीटीवी से बात की. उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने धर्मांतरण को लेकर पहले मुकदमा किया और यूपी एटीएस ने गिरोह के सरगना छांगुर बाबा और उसके तीन अन्य सहयोगियों की गिरफ्तारी की. उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा लंबे समय से इस धर्मांतरण के काम में लगा हुआ था.
अमिताभ यश ने बताया कि बलरामपुर में स्थानीय प्रशासन में उसकी अच्छी खासी पैठ होने की वजह से वो पहले लालच देकर धर्मांतरण करवाता. जब ऐसा नहीं हो पाता था तो स्थानीय प्रशासन के सहयोग के जरिए कोर्ट से मुकदमा करा देता. इस वजह से इससे पहले भी उसके खिलाफ शिकायत हुई. लेकिन वो मामला दबा दिया गया.
अमिताभ यश ने बताया कि छांगुर बाबा के अलग अलग अकाउंट्स में सौ करोड़ रुपयों से ज़्यादा का ट्रांजेक्शन पाया गया है. साथ ही वो कई बार इस्लामिक देशों का दौरा कर चुका है. ऐसे में उसकी संदिग्ध भूमिका की वजह से एसटीएफ ने जांच कर सबूत इकट्ठे किए. उन्होंने बताया कि छांगुर ने बलरामपुर समेत कई शहरों में प्रॉपर्टी ख़रीदी है. इसमें भी ख़ासतौर पर लड़कियां टारगेट पर रहती थीं.