- इमरान मसूद ने देश में दो तरह के कानून होने का आरोप लगाया है, जो मुसलमानों और अन्य समुदायों के लिए अलग हैं
- उन्होंने कहा कि थाने में भजन पर कोई कार्रवाई नहीं होती, लेकिन पोस्टर लेकर खड़े होने पर तुरंत कार्रवाई होती है
- मसूद ने मुसलमानों को नसीहत दी कि वे सरकार को निशाना बनाने का मौका न दें और अपनी मोहब्बत दिल में रखें
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने न सिर्फ देश में दो तरह के कानून होने का दावा किया, बल्कि मुसलमानों को भी नसीहत दी. इमरान मसूद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार चुनिंदा कार्रवाई कर रही है. अगर कोई थाने में बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ता है या भजन गाता है, तो कोई कार्रवाई नहीं होती. लेकिन अगर कोई पोस्टर लेकर सड़क पर खड़ा हो जाए, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती है.
वहीं कांग्रेस सांसद ने मुसलमानों को नसीहत देते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय को समझना चाहिए और सरकार को उन्हें निशाना बनाने का कोई मौका नहीं देना चाहिए. मुसलमानों को अपनी मोहब्बत का दिखावा करने की ज़रूरत नहीं है. अल्लाह और पैगंबर के लिए मोहब्बत उनके दिलों में है.
तौकीर राजा के खिलाफ की गई कार्रवाई गलत
उन्होंने तौकीर राजा के खिलाफ की गई कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि वहां कुछ भी नहीं था, बस हाथ में पोस्टर थे. हंगामा मचाने के लिए जानबूझकर लाठीचार्ज किया गया. सरकार किस बात को लेकर कार्रवाई कर रही है. सरकार और पुलिस का टारगेट साफ दिखाई दे रहा है. सीएम योगी पर निशाना साधते हुए इमरान मसूद ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा से ही पता चलता है कि उनका निशाना साफ़ है.
मुसलमानों के त्यौहार भी अब सुरक्षित नहीं- इमरान मसूद
वहीं राहुल गांधी के खिलाफ एबीवीपी कार्यकर्ता द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी पर इमरान मसूद ने कहा कि ये लोग नफ़रत फैलाना और नफ़रत का माहौल बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के त्यौहार भी अब सुरक्षित नहीं रहे. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि मुसलमान अब शांति से त्यौहार भी नहीं मना सकते. इमरान मसूद ने कहा कि मस्जिद इबादत के लिए होती है, नमाज़ पढ़ने के लिए. लेकिन अगर चार लोग बाहर हंगामा करेंगे, तो पूरे समुदाय को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसलिए सभी को समझना होगा और ज़िम्मेदारी से काम करना होगा.