कथावाचक चोटी मामले में सीएम योगी ने इटावा एसएसपी को फटकारा, जानिए पूरा मामला

एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया था कि यह घटना बकेवर थाना क्षेत्र के एक गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान हुई, जहां कथावाचक के साथ कथित तौर पर मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और उनकी चोटी काटने की घटना हुई.

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  • इटावा में कथावाचकों के सिर मुंडाने की घटना से तनाव बढ़ा है.
  • पुलिस ने वायरल वीडियो के बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
  • सीएम ने कांवड़ यात्रा और मोहर्रम के दौरान शांति बनाए रखने के निर्देश दिए.
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने इटावा के एसएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाई है. इटावा में ही यादव और दलित कथावाचकों के सिर मुंडाने और मारपीट की घटना हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग यूपी में जातीय हिंसा करना चाहते हैं और पुलिस इसे रोक नहीं पा रही है. इसी सिलसिले में उन्होंने औरैया और कौशांबी जिलों के एसपी को भी डांटा. इन दोनों ज़िलों में भी इसी तरह की घटनायें हुईं हैं. सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जिस जिले में ऐसी घटनाएं होंगी तो उस जिले के अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि सावन में कांवड़ यात्रा में कोई भड़काऊ नारा न लगे. कोई नई परंपरा शुरू न हो पाए. कांवड़ यात्रा में डीजे की आवाज मानक के हिसाब से हो. भीड़ में कोई असामाजिक तत्व न घुस पाए. सीएम योगी ने कहा कि मोहर्रम में ताजिया की ऊंचाई भी नियमों के हिसाब हो. जुलूस के लिए किसी नए रूट की इजाज़त किसी भी क़ीमत पर न दी जाए.

इटावा का मामला क्या है

यह घटना बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव की है, जहां 21 जून को एक भागवत कथा का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में कथावाचक मुकुट मणि और आचार्य संत सिंह कथा वाचन कर रहे थे. आयोजन के दौरान कुछ ग्रामीणों ने कथावाचकों की जाति को लेकर आपत्ति जताई. आरोप लगाया गया कि कथावाचकों ने स्वयं को ब्राह्मण बताकर कथा का आयोजन किया, जबकि वह अन्य जाति से हैं. इसी विवाद ने तूल पकड़ा और कुछ लोगों ने कथावाचकों के साथ मारपीट शुरू कर दी. इतना ही नहीं, उनकी इच्छा के विरुद्ध उनके बाल भी काट दिए गए. इस अमानवीय कृत्य का वीडियो किसी ने बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.

वीडियो वायरल होने पर पुलिस एक्शन

वीडियो के वायरल होने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए. सेल ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया और मामले की जांच शुरू की. पीड़ित कथावाचकों की तहरीर पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों आशीष (21 वर्ष), उत्तम (19 वर्ष), प्रथम उर्फ मनु (24 वर्ष) और निक्की (30 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया. इनमें निक्की पर कथावाचकों के बाल जबरन काटने का मुख्य आरोप है.

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चोटीकांड पर एसएसपी का बयान

एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया था कि यह घटना बकेवर थाना क्षेत्र के एक गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान हुई, जहां कथावाचक के साथ कथित तौर पर मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और उनकी चोटी काटने की घटना हुई. सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और शिकायत के आधार पर हमने कार्रवाई शुरू कर दी है. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई है, जो इस मामले की गहन विवेचना कर रही है। पीड़ित की पहचान कर ली गई है और सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी.

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