छांगुर ने खोले और भी राज
- छांगुर ने पुलिस पूछताछ में धर्मांतरण कराने के लिए अपने गुर्गों की एक फौज तैयार कर विभिन्न योजनाएं बनाईं.
- छांगुर ने शिजार-ए-तैय्यबा नामक पुस्तक का बड़े पैमाने पर प्रकाशन कर धर्मांतरण को बढ़ावा देने की योजना बनाई थी.
- छांगुर ने कथित रूप से ऐसी पुस्तकें छपवाने की योजना बनाई जिनमें हिंदू धर्म का अपमान और इस्लाम का महिमामंडन था.
जलालुद्दीन उर्फ 'छांगुर' पुलिस पूछताछ में हर दिन एक नए राज से पर्दा उठा रहा है. पुलिस सूत्रों के अनुसार छांगुर दूसरे लोगों का धर्मांतरण कराने के लिए तरह-तरह की प्लानिंग करता था. इसके लिए उसने अपने साथ अपने गुर्गों की एक पूरी फौज तैयार रखी थी जो पहले ऐसे लोगों की तलाश करता थे जिन्हें आसानी से धर्मांतरण के लिए तैयार किया जा सके. इसके लिए वो ऐसे लोगों को पैसे से लेकर तमाम तरह की मदद का वादा भी करते थे. इन सब के बीच पुलिस पूछताछ में छांगुर ने धर्मांतरण कराने के लिए अपनी तैयारियों के बारे में जो कुछ बताया है वह होश उड़ाने वाले हैं.
मुजेसर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार संजय कालोनी की रहने वाली 16 साल की पीड़िता ने बताया था कि वह किराए पर अपने परिवार के साथ रहती है. आरोपी आमिर उनके ही घर के पास कालोनी में रहता था. आरोपी की बहन नेहा खान से उसकी मुलाकात साल 2023 में हुई. जिसने उसकी जान पहचान अपने भाई आमिर हुसैन से कराई.
आमिर और उसका परिवार उसको दिल्ली की निजामुद्दीन दरगाह लेकर गए. जहां पर उसकी मुलाकात मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर से कराई गई. छांगुर बाबा ने पीड़िता को धर्म बदलकर शादी करने के लिए कहा और बड़े-बड़े सपने दिखाए गए. इस दौरान उससे नमाज भी अदा कराई गई. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मौलाना छांगुर ने ताबीज दिया और बोला इसे अभी पानी में पिला दो. फिर उन्होंने कुछ उर्दू में लिखी पर्ची दी, बोले यह रोज सुबह पी लेना.