छांगुर ने पुलिस पूछताछ में धर्मांतरण कराने के लिए अपने गुर्गों की एक फौज तैयार कर विभिन्न योजनाएं बनाईं. छांगुर ने शिजार-ए-तैय्यबा नामक पुस्तक का बड़े पैमाने पर प्रकाशन कर धर्मांतरण को बढ़ावा देने की योजना बनाई थी. छांगुर ने कथित रूप से ऐसी पुस्तकें छपवाने की योजना बनाई जिनमें हिंदू धर्म का अपमान और इस्लाम का महिमामंडन था.