13 राज्य, 30 जिले... मुस्लिम लड़की से मिलवाकर फंसाते थे, बरेली में धर्मांतरण गिरोह का 'हनी-ट्रैप'!

अलीगढ़ से अखिलेश कुमारी द्वारा एक शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया था अखिलेश ने शिकायत की कि उसके दृष्टिहीन बेटे प्रभात उपाध्याय की एक मुस्लिम लड़की से शादी का लालच देकर अब्दुल मजीद ने उसे फुसलाया था.

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बरेली में धर्मांतरण गैंग का भंडाफोड.
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  • बरेली पुलिस ने मुस्लिम लड़कियों के जरिए हिंदुओं का धर्मांतरण कराने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है.
  • गिरोह में शामिल मौलवी अब्दुल मजीद समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
  • वित्तीय रूप से कमजोर और दिव्यांग लोगों को फंसाकर मदरसे में बंधक बनाकर उनके धर्म परिवर्तन और निकाह कराए गए
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बरेली:

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बरेली में एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 'हनी-ट्रैप' का हथकंडा अपनाया जा रहा था. ये गिरोह मुस्लिम लड़कियों का इस्तेमाल कर हिंदु युवाओं को 'हनी-ट्रैप' में फंसाता था, निकाह कराता था और फिर दबाव डालकर धर्म परिवर्तन करवाता था. इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक मौलवी भी शामिल है. पुलिस ने एक मदरसे में बंधक बनाए गए एक नेत्रहीन युवक प्रभात उपाध्याय को भी बचाया है, कथित तौर पर जबरन धर्मांतरण कराने के बाद उसका नाम हामिद रखा गया था. प्रकाश की मां की शिकायत के बाद पुलिस ने ऑपरेशन चलाया. ये लोग गरीब और कमजोर हिंदू युवकों को पैसे और शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे.

पुलिस के अनुसार, यह गिरोह 13 राज्यों और 30 जिलों में फैला हुआ था. गिरफ्तार किए गए लोगों के 21 बैंक खाते मिले हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर पैसों का लेन-देन हुआ है. माना जा रहा है कि यह गिरोह 2014 से सक्रिय था और इसने कई लोगों का धर्मांतरण कराया है. पुलिस ने मदरसे से धर्मांतरण से जुड़ी सामग्री और प्रमाण पत्र भी बरामद किए हैं.

मौलवी समेत चार गिरफ्तार

पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) अंशिका वर्मा ने बताया कि पुलिस ने युवक को सकुशल मुक्त कराने के बाद उसे उसके परिवार को सौंप दिया है. गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान फैजनगर स्थित मदरसे के मौलवी अब्दुल मजीद (35), सलमान (30), मोहम्मद आरिफ और फहीम के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 और बीएनएस की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.

13 प्रदेशों के 30 जिलों तक फैला नेटवर्क

पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह का नेटवर्क 13 प्रदेशों के 30 जिलों तक फैला है. यह गिरोह वित्तीय रूप से कमजोर, अविवाहित युवकों और दिव्यांग लोगों समेत कमजोर तबके के लोगों की पहचान करता था और प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण कराता था. उन्होंने बताया कि पेशे से दर्जी सलमान मदद की पेशकश करने या मुस्लिम लड़कियों से परिचय कराने के बहाने हिंदू परिवारों से मिलता था. वहीं, पेशे से नाई फहीम इस काम में सलमान की मदद करता था.

पुलिस के मुताबिक, एक बार प्रभाव में आने पर व्यक्ति को मदरसा लाया जाता जहां उनको फुसलाया जाता और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए धार्मिक साहित्य और सीडी आदि दी जाती थी. पुलिस ने मदरसे से भारी मात्रा में धार्मिक सामग्री, धर्म परिवर्तन प्रमाण पत्र बरामद किया है.

कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन?

अलीगढ़ से अखिलेश कुमारी द्वारा एक शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया था अखिलेश ने शिकायत की कि उसके दृष्टिहीन बेटे प्रभात उपाध्याय की एक मुस्लिम लड़की से शादी का लालच देकर अब्दुल मजीद ने उसे फुसलाया. शिकायत के अनुसार, उसे कथित तौर पर मदरसा में बंधक बनाकर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया, उसका नाम बदलकर हामिद रखा गया और मां के शिकायत करने की बात कहने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई.

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गिरफ्तार व्यक्ति के सामूहिक रूप से 21 बैंक खाते

अखिलेश कुमारी की शिकायत पर पुलिस ने मदरसा पर दबिश दी और प्रभात को बंधक के रूप में पाया. जांच में पता चला कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति सामूहिक रूप से 21 बैंक खाते चला रहे थे जिनमें बड़ी मात्रा में लेनदेन पाया गया. पुलिस को संदेह है कि 2014 से सक्रिय इस गिरोह ने कई अन्य लोगों का धर्म परिवर्तन कराया होगा. इस गिरोह द्वारा धर्म परिवर्तन कराए गए छह लोगों की पहले ही पहचान की जा चुकी है और इनके धर्मांतरण प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं.

(इनपुट- भाषा  के साथ)

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