उत्तर प्रदेश के बहराइच में बच्चियों का अपहरण कर यौन शोषण करने वाला दरिंदा अब सलाखों के पीछे है. पुलिस ने चश्मदीदों के बयान के आधार पर उसका हुलिया तैयार करवाया था और काफी खोजबीन के बाद उसे धर दबोचा. ये दरिंदा 5 से 8 साल की मासूम बच्चियों को निशाना बनाता था. रात के गहरे सन्नाटे में, जब मांएं बेफिक्र होकर अपनी बच्चियों को अपनी गोद में लिए सोती थीं, तब यह हैवान उन्हें चुपचाप उठा ले जाता था. इसके बाद वह उन मासूमों का यौन शोषण करता और फिर उन्हें उनके घर के पास या किसी सुनसान जगह पर छोड़कर फरार हो जाता था.
डर के साये में कट रही थीं रातें
सुजौली थाना क्षेत्र में पिछले कुछ हफ्तों से खौफनाक दहशत फैली हुई थी. रात के अंधेरे में मां की गोद से मासूम बच्चियां गायब हो रही थीं और अगले दिन वे संदिग्ध हालत में घर के आसपास या सुनसान इलाकों में मिलती थीं. ये घटनाएं जून महीने से लगातार हो रही थीं, जिसने पूरे इलाके को भयभीत कर दिया था. ग्रामीणों ने अपनी बच्चियों की सुरक्षा के लिए रात में गश्त करना शुरू कर दिया था, लेकिन एक के बाद एक, कई घटनाएं हुईं.
इन घटनाओं ने न केवल बच्चों के माता-पिता, बल्कि पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया था. हर रात माता-पिता इस डर से कांपते थे कि अगली सुबह उनकी बेटी भी उन दुर्भाग्यपूर्ण बच्चियों में शामिल हो सकती है.
पुलिस ने बनवाया हुलिया और फिर...
पुलिस के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई थी. लगातार हो रही ये घटनाएं पुलिस महकमे पर भारी दबाव डाल रही थीं. पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह ने मामले की गंभीरता को समझते हुए, मोतीपुर क्षेत्राधिकारी हर्षिता तिवारी के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया. इन टीमों ने युद्धस्तर पर जांच शुरू की.
पीड़िताओं और उनके परिवारों से मिले बयानों के आधार पर, पुलिस ने आरोपी का हुलिया तैयार किया: इकहरा मजबूत जिस्म, लंबा चेहरा, सांवला रंग, काले रंग की जींस पैंट, छोटे बाल, हल्की दाढ़ी, हवाई चप्पल और हाथ पर टैटू.
पुलिस ने क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, अपराध शाखा की सर्विलांस टीम ने घटनास्थलों के बीटीएस (BTS) का गहन विश्लेषण किया और कई संदिग्धों से पूछताछ की. मुखबिर तंत्र को मजबूत किया गया और हर छोटी से छोटी जानकारी जुटाई गई. पुलिस की अथक मेहनत और लगन रंग लाई. सोमवार को, आखिरकार पुलिस ने इस वहशी दरिंदे अविनाश पांडे को गिरफ्तार कर लिया.
शैतान ने स्वीकारी यौन हिंसा की बात
गिरफ्तारी के बाद, अविनाश पांडे ने बच्चियों के साथ यौन हिंसा की बात स्वीकार कर ली. पुलिस ने उसके खिलाफ पॉक्सो समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है. उसकी गिरफ्तारी से सुजौली थाना क्षेत्र और आसपास के गांवों में लोगों ने राहत की सांस ली है. इस गिरफ्तारी के साथ ही, मासूमों को अपनी गोद से खींच ले जाने वाले हैवान की दरिंदगी का अंत हुआ और अब न्याय की उम्मीद जगी है.