यूपी ATS और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, अलीगढ़ में अवैध रूप से रहे 17 रोहिंग्या गिरफ्तार

रोहिंग्याओं को लेकर कई दिन से चल रही जांच पड़ताल के बाद पुलिस व एटीएस की स्थानीय यूनिट ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की और गिरफ्तारी के बाद सभी को जेल भेज दिया.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
यूपी एटीएस और पुलिस मिलकर अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं के खिलाफ गिरफ्तारी अभियान चला रही है.
अलीगढ़:

अलीगढ़ जिले में अवैध रूप से रह रहे म्यामांर और वर्मा के रोहिंग्याओं के खिलाफ एटीएस व अलीगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से हड़कंप मच गया. आनन-फानन में 17 लोगों को गिरफ्तार करते हुए इलाका पुलिस के द्वारा जेल भेज दिया है. वहीं, दूसरी ओर रोहिंग्या पर हुई कार्रवाई को लेकर इलाके में सनसची मच गई.बताया जाता है लगभग 13 वर्षों से ज्यादा से अलीगढ़ में रोहिंग्या वर्मा व म्यामार का बॉर्डर चोरी से पार करके अपना जीवन यापन कर रहे थे.

दरअसल, यह पूरा मामला जिला अलीगढ़ के थाना कोतवाली क्षेत्र का है, जहां अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं के खिलाफ एटीएस और इलाका पुलिस द्वारा गिरफ्तारी अभियान चलाया गया. इसके तहत मकदूम नगर इलाके से 17 रोहिंग्या गिरफ्तार किए गए हैं. जिनमें सात पुरुष व दस महिलाएं शामिल हैं. कोतवाली क्षेत्र के मकदूम नगर पीपल वाली गली से गिरफ्तार पुरुष और महिलाओं के साथ कुछ छोटे बच्चे भी थे.

कई दिन से चल रही जांच पड़ताल के बाद पुलिस व एटीएस की स्थानीय यूनिट ने संयुक्त रूप से ये कार्रवाई की. सभी की गिरफ्तारी के बाद उन्हें विदेशी अधिनियम में दर्ज मुकदमे में जेल भेजा गया है.

Advertisement

प्रदेश स्तर पर पिछले कई दिन से अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं को लेकर जांच पड़ताल चल रही थी. इसी जांच के क्रम में सुबह एक गिरफ्तारी अभियान चलाया गया. इस दौरान जांच व तलाशी में इनके पास किसी तरह का शरणार्थी कार्ड नही मिला. वहीं ,रोहिंगयाओं से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वर्मा म्यामार में जब युद्ध चल रहा था तो वह अपनी जान बचाकर भारत का बॉर्डर चोरी से पास करके यहां आ गये. जिसके बाद से वे यहीं रहकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Kanpur Breaking News: कानपुर के Chakeri Airport पर Bomb अफवाह से मची अफरा-तफरी
Topics mentioned in this article