उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) और कौशांबी पुलिस ने समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार कर विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद शुक्रवार को जेल भेज दिया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.
कौशांबी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आरओ/एआरओ परीक्षा 2023 के प्रश्न पत्र लीक मामले में अमित सिंह नाम के व्यक्ति को लखनऊ से गिरफ्तार किया है. सिंह ने 40 अभ्यर्थियों से संपर्क कर नकल कराने के एवज में प्रत्येक से 15 लाख रुपये में सौदा तय किया था और अभ्यर्थियों से दो-दो लाख रुपये भी लिए थे.
उन्होंने बताया कि अमित सिंह को सीटीईटी (केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा) के प्रश्न पत्र लीक मामले में कंकरखेड़ा (मेरठ) से पहले भी गिरफ्तार किया था. सिंह मूलरूप से गोंडा का निवासी है और पिछले कई वर्षों से लखनऊ में रह रहा है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पेपर लीक मामले में जिले के मंझनपुर थाना में अमित सिंह सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और गिरोह के अन्य सदस्यों पकड़ा जा चुका है. मामले में विधिक कार्यवाही करते हुए मंझनपुर थाना पुलिस ने अमित सिंह को शुक्रवार को न्यायालय भेजा, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी 2024 को समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 2023 आयोजित की गयी थी. इसके प्रश्न पत्र लीक होने के बाद अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दो मार्च को यह परीक्षा निरस्त कर दी गई.
योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर दो मार्च की शाम अपने पोस्ट में कहा था, ‘‘उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 2023 को निरस्त करने तथा आगामी छह माह में इसे पुनः कराने के आदेश दिए हैं.''
योगी ने कहा था, ‘‘ परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा. युवाओं के दोषियों को ऐसी सजा दिलाएंगे, जो नजीर बनेगी.''
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