ताले और तालीम के पुराने शहर अलीगढ़ में आज जमकर होली खेली जा रही है. जब पूरे देश में साल में 52 जुमा और साल में एक होली को लेकर फालतू बयानबाजी का दौर चल रहा है. तब अलीगढ़ के लोगों ने बताया दिया कि भारतीय लोगों के धर्म, संस्कृति और परंपरा भले ही अलग-अलग हो. लेकिन या सबका मिजाज एक ही है. यही वजह है कि त्योहार कोई भी हो लोग एक-दूसरे के रंग में रंग जाते हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में होली मिलने समारोह को लेकर काफी खींचतान हुई. कई नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए. लेकिन फिर भी अलीगढ़ में भाईचारा सबसे ऊपर है. आज जुमा भी है और होली भी. होली के दिन अलीगढ़ में लोग रंग-बिरंगे रंगों से होली खेलते हुए एक-दूजे को गले मिलकर बधाइयां दे रहे हैं और लोग दोपहर में जुमे की नमाज भी अदा करेंगे.
मस्जिदों को तिरपाल से ढका, चप्पे चप्पे पर पुलिस रहेगी तैनात
अलीगढ़ में होली के त्योहार को लेकर प्रशासन भी पूरी चौकसी बरत रहा है, ताकि किसी भी तरह से माहौल खराब ना किया जा सके. प्रशासन पूरे शहर में मुस्तैदी के साथ डंटा है ताकि लोग बेफिक्र होकर होली भी मनाएं और जुमे की नामज भी अदा करें. प्रशासन की तरफ से होली पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं. एहतियात के तौर पर मस्जिदों को तिरपाल से ढकवाया गया है, जिससे मस्जिदों पर रंग न पहुंच सके.
अलीगढ़ में किस जगह पर कैसे सुरक्षा बंदोबस्त
अलीगढ़ के जिन इलाकों में हिंदू और मुसलमान एक साथ रहते हैं. वहां पुलिस और प्रशासन की तरफ से कड़ी सुरक्षा की गई है. जगह-जगह मस्जिदों के बाहर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती भी की गई है. होली को लेकर अलीगढ़ को 9 भागों में बांटा किया गया है. इन इलाकों में मजिस्ट्रेट की तैनाती है. साथ ही अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ पीएसी की टुकड़ियां भी इस जगह पर तैनात है. शहर में शांति और सौहार्द के साथ त्यौहार को संपन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासन कोई कोताही नहीं छोड़ रहा.
प्रशासन की तरफ से उठाए गए क्या कदम
- अलीगढ़ में होली को लेकर शहर में शांति-सौहार्द्र बनाए रखने के लिए प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाए.
- शांति सुनिश्चित करने के लिए मस्जिद को तिरपाल से ढंक दिया गया है.
- अलीगढ़ के अति संवेदनशील इलाके, सब्जी मंडी चौराहे पर स्थित मस्जिद को तिरपाल से ढंक दिया गया.
- यह कदम हिंदू-मुस्लिम एकता और दोनों समुदायों के बीच शांति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया.
- अलीगढ़ का सब्जी मंडी चौराहा एक अति संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है.
- जहां हर साल होली के मौके पर हिंदू समुदाय के लोग मस्जिद के बाहर खड़े होकर होली खेलते हैं.
- पुलिस फोर्स के जवानों की मौजूदगी से इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है.
- होली और जुम्मे के दिन को लेकर शहर के मुफ्ती ने भी एक अपील की थी.
- मुफ्ती ने लोगों से निवेदन किया था कि वे जुमे की नमाज दोपहर दो बजे के बाद अदा करें
मस्जिदों को ढकने पर क्या बोले अलीगढ़ के लोग
अलीगढ़ के थाना देहलीगेट के कनवरीगंज की मस्जिद तो वही कोतवाली नगर थाने की मोहल्ला हलवाईयान मस्जिद पर भी तिरपाल ढकने का काम किया गया है. इस पूरे मामले पर स्थानीय नागरिक साबिर और नाज़िम ने बताया कि मस्जिदों पर रंग न पहुंचे इसके चलते यहां पर तिरपाल ढकने का काम किया गया. कुछ लोग जानबूझकर हुड़दंग मचाते हैं. अलीगढ़ के एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने कहा कि परंपरागत रूप से आम जनता के सहयोग से मस्जिदों पर तिरपाल ढकवाने का काम किया जा रहा है यह परंपरागत है, सभी लोग इसमें सहयोग कर रहे हैं. होली को लेकर यह काम किया जा रहा है.