उत्तर प्रदेश में 13 जिलों के 385 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षाजनित हादसों में 13 लोगों की मौत हो गई. राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 13 जिलों- आगरा, अलीगढ़, बिजनौर, बदायूं, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली के कुल 385 गांवों में 46830 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षाजनित हादसों में कुल 13 लोगों की मौत हो गई. ऐसे हादसों में रामपुर में पांच, हरदोई में चार, फर्रुखाबाद, बांदा, मैनपुरी और गाजीपुर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई.
गंगा नदी कचला ब्रिज (बदायूं) और फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, यमुना नदी का जलस्तर प्रयाग घाट (मथुरा) में खतरे के निशान को पार कर गया है. गंगा नदी नरौरा (बुलंदशहर) में, यमुना नदी इटावा में, शारदा नदी पलिया कलां और शारदा नगर (लखीमपुर खीरी) में तथा घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है.
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि इस वक्त सभी नदियों के तटबंध सुरक्षित हैं. उनके मुताबिक बाढ़ से प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की सात, एसडीआरएफ की पांच और पीएसी की आठ टीम समेत कुल 20 टीम तैनात हैं.
राज्य में बाढ़ के लिहाज से सभी संवेदनशील जिलों में राहत चौपाल का आयोजन किया जा रहा है.
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