इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कॉलेज के 18 छात्रों को सस्पेंड कर दिया है. हॉस्टल में जूनियर छात्रों के साथ रैंगिग के आरोप में यूनिवर्सिटी ने बड़ी कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के सर पीसी बनर्जी हॉस्टल में रैगिंग की शिकायत की गई थी. शिकायत के बाद एंटी रैगिंग एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 18 छात्रों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही छात्रों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. वहीं जांच के दौरान सबसे बड़ी बात यह भी सामने आई है कि हॉस्टल में बिना रजिस्टर्ड छात्र भी रह रहे थे.
जांच कमेटी के पास अभिभावक होंगे पेश
इसके साथ ही सस्पेंड छात्रों को प्रॉक्टर प्रोफेसर राकेश सिंह की ओर से निर्देश दिया गया है कि सभी छात्र अपने पिता या अभिभावक के साथ 16 अक्तूबर को अपने-अपने आईडी कार्ड के साथ पेश होंगे. अभिभावकों को दोपहर तीन से चार बजे के बीच प्रॉक्टर ऑफिस में जांच कमेटी के सामने उपस्थित होना होगा. अभिभावक जांच कमेटी के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष लिखित रूप में रखेंगे.
छापेमारी कर हॉस्टल में पकड़े गए छात्र
बताया जाता है कि रैगिंग की शिकायत बीते 19 सितंबर को की गई थी. वहीं शिकायत के बाद प्राक्टोरियल बोर्ड और पुलिस प्रशासन ने सर पीसी बनर्जी हॉस्टल में छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान प्रथम दृष्टया रैगिंग में लिप्त पाए गए कुछ छात्रों को चिन्हित किया गया. जांच कमेटी ने एंटी रैगिंग एक्ट और यूनिवर्सिटी की छात्र अनुशासन संहिता के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही की संस्तुति की जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया.
कौन-कौन छात्र हुए सस्पेंड
अभिषेक वर्मा बीए द्वितीय वर्ष, हर्ष दुबे बीए द्वितीय वर्ष, आयुष कुमार बीएससी द्वितीय वर्ष, धनराज सिंह बीएससी प्रथम वर्ष, उज्जवल सिंह बीए द्वितीय वर्ष, उत्कर्ष कौशिक बीए द्वितीय वर्ष, दीप प्रकाश बीए द्वितीय वर्ष, आयुष कुमार बीए द्वितीय वर्ष, गगन सोनी बीएससी द्वितीय वर्ष, शांति स्वरूप सिंह बीए द्वितीय वर्ष, अमरेश कुमार बीए द्वितीय वर्ष, अमरनाथ बीए तृतीय वर्ष, शशांक वर्मा बीए द्वितीय वर्ष, आयुष कुमार बीएससी द्वितीय वर्ष, विपिन सोनी बीए द्वितीय वर्ष, अजय बीए द्वितीय वर्ष, सूर्यांश सिंह बीए तृतीय वर्ष और जय किशन बीए द्वितीय वर्ष को सस्पेंड किया गया है.
बिना रजिस्टर्ड छात्र भी रह रहे थे हॉस्टल में
यूनिवर्सिटी की जनसंपर्क अधिकारी प्रोफेसर जया कपूर ने इस मामले की पूरी जानकारी दी. जिसमें कहा गया है कि इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रोफेसर राकेश सिंह ने कार्यवाही की है. बताया जा रहा है हॉस्टल में छापेमारी के दौरान हॉस्टल के कई कमरों में कुछ ऐसे छात्र भी पाए गए जिनका नाम न तो यूनिवर्सिटी में रजिस्टर्ड था और न ही छात्रावास में प्रवेश की सूची में शामिल था.
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