यूक्रेन में फंसे रहे यूपी के 161 छात्र-छात्राओं को सरकार ने उनके घर पहुंचाया

उत्तर प्रदेश सरकार ने राहत आयुक्त कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया,945441081 और 1070 नंबर पर 15 लाइन की हेल्पलाइन शुरू की गई

विज्ञापन
Read Time: 21 mins
प्रतीकात्मक फोटो.
लखनऊ:

यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के कुल 1279 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित भारत लाने के लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है. इन छात्र-छात्राओं में से 161 छात्र-छात्राओं की घर वापसी भी करा दी गई है. बचे हुए 1118 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है और उनकी घर वापसी की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है. ऐसी विषम परिस्थितियों में देश के विभिन्न प्रदेशों के साथ-साथ यूपी के छात्र-छात्राओं को सुरक्षित लाने के लिए केन्द्र सरकार ने अपने चार मंत्रियों को लगाया है. ये मंत्री चार देशों में कैंप कर रहे हैं. 

इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद को नोडल अधिकारी बनाकर यूक्रेन में फंसे लोगों को सकुशल लाने का बीड़ा उठाया था. रणवीर प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया और 1070 नंबर पर 15 लाइन्स की हेल्पलाइन भी शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि इस नंबर पर और मोबाइल नंबर 9454441081 पर कोई भी फ़ोन करके अपनी परेशानी बता सकता है जिसे विदेश मंत्रालय को भेज दिया जाता है.  

राहत आयुक्त ने बताया कि बाकी छात्र छात्राओं को रूमानिया , पोलैंड ,हंगरी  एंड स्लोवाकिया में रखा गया है जहां से विदेश मंत्रालय के माध्यम से उन्हें गंतव्य तक ले जाया जाएगा. इस सम्बन्ध में यूपी सरकार और केंद्र सरकार के बीच अच्छे तालमेल से इन चिन्हित लोगों को सुरक्षित अपने अपने घर लाया जा सकेगा.  

Advertisement

इस बीच भारतीय सेना और वायुसेना भी यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित उनके घर वापस पहुंचाने की प्रक्रिया में तेजी से जुटी हुई है. प्रदेश सरकार ने यूपी के सभी 75 जिलों में से 1279 छात्र-छात्राओं के विवरण मिले. ये सभी छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे थे. बुधवार तक 161 से अधिक छात्र-छात्राओं को उनके जिलों में सुरक्षित घर पहुंचा दिया गया है. बचे हुए 1118 छात्र-छात्राओं को भी उनके घर वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है. 

Advertisement

जिन छात्र-छात्राओं की सुरक्षित घर वापसी कराई गई है उनमें सहारनपुर के 58 में से 11, वाराणसी के 21 में से 10, लखनऊ के 64 में से 10, बरेली के 30 में से 8, गोरखपुर के 45 में से 8, बिजनौर के 68 में से 7, कन्नौज सभी 6 छात्र-छात्राएं शामिल हैं. इसी तरह से मुरादाबाद के 45 में से 9, संभल के 22 में से 7, प्रयागराज के 21 में से एक छात्र अपने घर पहुंच चुके हैं. कानुपर के 49 में से 3 छात्र, कुशीनगर के 24 में से 2, हरदोई के 23 में से 3, गाजियाबाद के 51 में से 4 छात्रों को, फर्रुखाबाद के 5 में से एक छात्र, आगरा के 39 में से 2, अलीगढ़ के 32 में से एक छात्र को सुरक्षित घर वापस पहुंचा दिया गया है. सरकार का प्रयास प्रत्येक भारतीय नागरिक को ऐसी विषम परिस्थिति में  सुरक्षित उनके घर वापस पहुंचाना है. इस काम में केन्द्र के साथ राज्य सरकार भी पूरी ताकत से जुटी हुई है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
म्यारा प्यारा भै बैणियों... जब PM मोदी ने बोली गढ़वाली | PM Modi Uttarakhand Visit
Topics mentioned in this article