अगर आप रोजाना UPI से पेमेंट करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. सरकार ने साफ कर दिया है कि अभी UPI से लेनदेन पर किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लगेगा. यानी चाहे आप गली के पान वाले को 10 रुपये दें या मॉल में 10,000 रुपये की खरीदारी करें UPI से पेमेंट पूरी तरह फ्री रहेगा.
दरअसल, एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सरकार 3,000 रुपये से ज्यादा के UPI पेमेंट पर चार्ज लगाने का विचार कर रही है. इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की चिंता बढ़ गई थी कि अब डिजिटल पेमेंट भी महंगा हो जाएगा. लेकिन अब वित्त मंत्रालय ने इस पर सफाई दे दी है.
सरकार का बड़ा बयान- UPI सस्ता और सबके पहुंच वाला प्लेटफॉर्म
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि UPI को बढ़ावा देने के लिए इसे सस्ता और आम लोगों की पहुंच में रखा जाएगा. अभी सरकार मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को दोबारा लागू करने की कोई योजना नहीं बना रही है. ये वही चार्ज होता है जो दुकानदारों से लेनदेन के बदले बैंक और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर वसूलते हैं.
UPI का इस्तेमाल हर दिन बना रहा है नए रिकॉर्ड
आज के समय में देश में जितना भी डिजिटल पेमेंट होता है, उसका लगभग 80% हिस्सा सिर्फ UPI से होता है. 2020 से अब तक पर्सन-टू-मर्चेंट UPI ट्रांजैक्शन का आंकड़ा 60 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है. इतनी बड़ी संख्या में हो रहे इन ट्रांजैक्शन से बैंक और टेक्नोलॉजी कंपनियों को नेटवर्क चलाने में खर्च भी आता है.
RuPay क्रेडिट कार्ड पर नहीं लगेगा कोई चार्ज
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि अगर भविष्य में कोई बदलाव होता है, तो भी RuPay क्रेडिट कार्ड से किए गए ट्रांजैक्शन को MDR से छूट मिलती रहेगी. यानी इस कार्ड के जरिए पेमेंट करने वालों को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है.
UPI ट्रांजैक्शन पूरी तरह फ्री होना राहत की बात
फिलहाल सभी UPI पेमेंट्स पर कोई चार्ज नहीं है चाहे वो पर्सन टू पर्सन हो या मर्चेंट को किया गया पेमेंट हो. सरकार का फोकस अभी डिजिटल पेमेंट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने और कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने पर है. हालांकि, इस पूरे सिस्टम को लंबे समय तक टिकाऊ बनाने के लिए भविष्य में कुछ बदलाव हो सकते हैं, लेकिन वो आम लोगों को नुकसान पहुंचाए बिना किए जाएंगे.
इस सब से ये तो साफ है कि आम यूजर के लिए फिलहाल कोई टेंशन की बात नहीं है. UPI से जितना मन हो पेमेंट करें, चार्ज एक भी पैसा नहीं लगेगा.