फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
- प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स के पास अक्सर रिटायरमेंट प्लान नहीं होता, जिससे फाइनेंशियल सेफ्टी कम होती है.
- टीचर्स को छोटी बचत से मासिक म्यूचुअल फंड या एफडी में निवेश शुरू कर मजबूत रिटायरमेंट फंड बनाना चाहिए
- PPF और NPS जैसे सरकारी रिटायरमेंट प्लान टैक्स बचत के साथ लंबे समय में सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करते हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।5 सितंबर को भारत शिक्षक दिवस मना रहा है, ऐसे में टीचर्स की फाइनेंशियल कंडीशन पर बात करने का ये सही समय है. कई प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स के पास रिटायरमेंट प्लान नहीं होता है. हालांकि सरकारी टीचर्स के पास पेंशन के साथ कई रिटायरमेंट प्लान होते हैं, जिनसे वो अपना और परिवार का फ्यूचर सेफ करते हैं. इस खबर में प्राइवेट स्कूल के टीचर्स के रिटायरमेंट प्लान पर बात करेंगे, जिन्हें अपनाकर वो अपना भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे.
स्टॉक्स मार्केट की तरफ करें रुख
एफडी में निवेश करना सेफ हो सकता है. लेकिन महंगाई के हिसाब से इसमें रिटर्न कम रहता है. इसलिए अपने निवेश के दायरे को आगे बढ़ाना चाहिए, जिसमें स्टॉक्स मार्केट शामिल है. बॉन्ड, इंडेक्स फंड और इक्विटी म्यूचुअल फंड के जरिए इसे बैलेस किया जा सकता है.
Featured Video Of The Day
EXCLUSIVE | Rahul Gandhi के दावे पर Brazilian Model ने NDTV पर किया बड़ा खुलासा |Election Commission














