सस्ता सोना खरीदने का शानदार मौका! आज से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में कर पाएंगे निवेश

Sovereign Gold Bond Scheme 2023-24 (Series II): सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम एक लंबी अवधि का निवेश है. इसका लॉक इन पीरियड 8 साल का है. हालांकि, 5वें साल में आप इससे एग्जिट भी कर सकते हैं.

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Sovereign Gold Bond Scheme के तहत रिजर्व बैंक ने 1 ग्राम की कीमत 5,923 रुपये तय की है.
नई दिल्ली:

अगर आप सोने में निवेश करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. आज से आपके पास सस्ता सोना खरीदने का मौका है. दरअसल, BQ PRIME की रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme 2023-24) के सीरीज 2 का ऐलान कर दिया है, जिसमें आप आज यानी 11 सितंबर से अप्लाई कर सकते हैं, ये स्कीम 15 सितंबर तक चलेगी.

कितनी है कीमत

इस बार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2023-24 सीरीज 2 के तहत रिजर्व बैंक ने 1 ग्राम की कीमत 5,923 रुपये तय की है. अगर आप डिजिटल तरीके से पेमेंट करते हैं तो 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट भी मिलेगी, यानी 5,923 रुपये की जगह आपको 5,873 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से पेमेंट करना होगा.

कहां से खरीद सकते हैं

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आप बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नामित डाकघरों और स्टॉक एक्सचेंजों - NSE, BSE के जरिए खरीद सकते हैं. इसकी पेमेंट आप डिजिटल तरीक से, UPI से कर सकते हैं. अगर फिजिकल पेमेंट करना चाहते हैं तो कैश, चेक और ड्राफ्ट कुछ भी दे सकते हैं.

कम से कम कितना निवेश

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में कोई व्यक्ति, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और चैरिटेबल संस्थाएं निवेश कर सकती हैं. इसमें न्यूनतम निवेश 1 ग्राम है. जबकि, कोई व्यक्ति इस स्कीम में 4 किलोग्राम तक अधिकतम निवेश कर सकता है. ट्रस्ट और दूसरी ही ऐसी संस्थाओं के लिए अधिकतम निवेश 20 किलो है.

लॉक इन पीरियड कितना है?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम एक लंबी अवधि का निवेश है. इसका लॉक इन पीरियड 8 साल का है. हालांकि, 5वें साल में आप इससे एग्जिट भी कर सकते हैं. इसमें निवेश करने वालों को सरकार की तरफ से सर्टिफिकेट मिलता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को डीमैट फॉर्म में भी बदला जा सकता है. इसको लोन के लिए कोलैटरल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्यों है बेहतर

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), सरकार की तरफ से जारी करता है. इसको फिजिकल गोल्ड के ऑप्शन के तौर पर देखा जाता है.फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद माना जाता है. इसमें शुद्धता को लेकर कोई खतरा नहीं होता है और ब्याज भी मिलता है. इन बॉन्ड्स पर दी जाने वाली ब्याज दर शुरुआती निवेश की राशि पर 2.50% सालाना होती है.

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