Sovereign Gold Bond scheme: अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. सोने में निवेश करने का सबसे सुनहरा मौका आ गया है. BQ Prime की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की चौथी सीरीज (Sovereign Gold Bond Scheme 2022-23 – Series IV) सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दी है. इसके बारे में रिजर्व बैंक ने 3 मार्च को कहा था कि सोमवार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की चौथी सीरीज 6 मार्च सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. यह इस वित्त वर्ष सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की आखिरी सीरीज होगी. RBI के मुताबिक, इन गोल्ड बॉन्ड में आप 10 मार्च तक निवेश कर सकते हैं.
इस दौरान आपको सस्ती दरों पर गोल्ड यानी सानो की खरीद करने या सोने में निवेश करने का मौका दिया जा रहा है. . ऐसे में आप इस सुनहरे मौके को हाथ से बिल्कुल मत जानें दें. तो चलिए आपको बताते हैं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में आप कैसे निवेश कर सकते हैं और इसमें निवेश करना आपके लिए कितना फायदेमंद है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond (SGB) Scheme 2023) में निवेश के लिए RBI ने 5,611 प्रति ग्राम इश्यू प्राइस तय किया है. लेकिन इसे डिजिटल खरीदने पर आपको और ्धिक फायदा होने वाला है. जी, हां... ऑनलाइन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने पर आपको 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट मिलता है. अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के लिए आवेदन और भुगतान दोनों ऑनलाइन माध्यम से करेंगे तो इसके लिए इश्यू प्राइस 5,359 रुपये प्रति ग्राम है. इसका मतलब है कि गोल्ड बॉन्ड में ऑनलाइन इन्वेस्ट करना अधिक सस्ता पड़ेगा.
आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को पेमेंट बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक के अलावा अन्य किसी भी बैंकों सहित स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंजों जैसे एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) के जरिये खरीद सकते हैं. कोई भी भारतीय सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में न्यूनतम 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम तक निवेश कर सकता है.यह एल लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट स्कीम है. इसका लॉक इन पीरियड 8 साल का होता है. लेकिन 5वें साल में आप इस स्कीम से बाहर भी आ सकते हैं.
आपको बता दें कि फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना अधिक किफायती होता है. इसके साथ ही इसकी शुद्धता को लेकर भी आपको सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सरकार की ओर से इस बॉन्ड में निवेश करने वाले को ब्याज भी दिया जाता है. इसमें निवेश करने पर निवेशकों को सरकार 2.50 फीसदी का ब्याज देती है.