- पोस्ट ऑफिस की डबल सेविंग स्कीम में पति-पत्नी मिलकर निवेश करें तो अधिकतम जमा सीमा 15 लाख रुपये हो जाती है
- होम लोन में पत्नी को को-एप्लीकेंट बनाने पर ब्याज दर में 50 आधार अंक की छूट मिलती है जिससे बचत होती है
- यदि पत्नी काम करती हैं तो जॉइंट होम लोन लेकर अलग-अलग टैक्स छूट का लाभ उठाया जा सकता है
अक्सर देखा जाता है कि पति ये शिकायतें करते हैं, उनकी पत्नियां बहुत खर्चा कराती हैं. सैलरी आती नहीं और उससे पहले खर्च करने का प्लान बन जाता है. लेकिन, ऐसा नहीं है. दरअसल, सरकार कुछ ऐसी स्कीम चलाती है, जिसमें आप और आपकी पत्नी दोनों एक साथ निवेश करें तो रिटर्न दोगुना मिल सकता है. आज इस खबर में आपको उन स्कीम्स और प्लान्स के बारे में बताते हैं, इसके बाद अब अपनी पत्नी को ये खर्चा वाला ताना देना भूल जाएंगे.
पोस्ट ऑफिस में डबल सेविंग
अगर पोस्ट ऑफिस की सिंगल मंथली प्लान में अकेले निवेश करते हैं तो ज्यादा से ज्यादा 9 लाख रुपये ही जमा कर पाते हैं. वहीं अगर पत्नी के साथ अकाउंट खुलवाते हैं तो इसकी अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये हो जाती है. इससे आप 7.4% की ब्याज दर से हर महीने घर बैठे 5,550 रुपये की इनकम कर सकते हैं.
सस्ते होम लोन में पत्नियां करेंगी मदद
अगर आप होम लोन लेते समय अपनी पत्नी को को-एप्लीकेंट बनाते हैं तो ब्याज दर में 0.05% की छूट हासिल कर सकते हैं. इससे आप होम लोन के पूरे टेन्योर में लाखों रुपये की बचत कर सकते हैं.
जॉइंट होम लोन पर फायदा
अगर आपकी पत्नी काम करती हैं तो आप अलग-अलग जॉइंट होम लोन लेकर अपनी बचत को डबल कर सकते हैं. यानी आप और आपकी पत्नी अलग-अलग टैक्स में छूट क्लेम कर सकते हैं.
रिटायरमेंट फंड में लें मदद
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में इस समय युवा ज्यादा निवेश कर रहे हैं. ऐसे में अगर आपकी पत्नी काम करती हैं तो आप दोनों साथ में मिलकर इस स्कीम में इन्वेस्ट कर सकते हैं. अकेले आप ज्यादा से ज्यादा 30 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं. ऐसे में अगर आपकी पत्नी का भी साथ मिल जाए तो ये सीमा दोगुनी हो जाएगी.
FD पर कम होगा TDS
अगर आपकी पत्नी काम नहीं करती हैं तो आप उनके नाम पर एफडी खुलवाकर उस पर मिलने वाली ब्याज पर टीडीएस देने से बच सकते हैं. जब एक साल में ब्याज 40 हजार रुपये से ऊपर पहुंच जाती है तो इस पर बैं 10% टीडीएस काटना शुरू कर देता है. लेकिए 15G फॉर्म की मदद से आपकी पत्नी को मिलने वाली ब्याज पर बैंक कोई टीडीएस नहीं काटेगा.