Sanchar Saathi Cyber Security App: इसके जरिये अब तक 7 लाख से ज्यादा चोरी या खोए हुए फोन वापस मिल चुके हैं, और 37 लाख से ज्यादा फोन ब्लॉक हो चुके हैं.
नई दिल्ली:
आज हर किसी के हाथ में स्मार्टफोन है, और उसी फोन के सहारे बैंकिंग, UPI, सोशल मीडिया, पर्सनल फोटो, सबकुछ चलता है. ऐसे में फोन चोरी होना, खो जाना या किसी फ्रॉड कॉल का शिकार बनना सबसे बडा डर है. इसी वजह से टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने अब एक बहुत बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने साफ कर दिया है कि अब भारत में बिकने वाले हर नए मोबाइल फोन में संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल रहना जरूरी होगा, और इसे छिपाया या हटाया नहीं जा सकेगा.
यह ऐप सीधे सरकार की सिक्योरिटी सिस्टम से जुडा है और फोन चोरी, फर्जी SIM और फ्रॉड कॉल्स को रोकने में आपका सबसे बड़ा हथियार बन चुका है. अगर आप सोच रहे हैं कि यह ऐप क्या करता है और क्यों जरूरी है, तो यहां हम आपको 10 आसान पॉइंट्स में इससे जुड़ी हर बात बताने जा रहे हैं.
- DoT का ऑर्डर है कि चाहे फोन भारत में बना हो या आयात हुआ हो, संचार साथी ऐप नए फोन में पहले से इंस्टॉल मिलेगा. जैसे ही आप फोन ऑन करेंगे या पहली बार सेटअप करेंगे, यह ऐप स्क्रीन पर दिखाई देगा और इसे बंद या छिपाया नहीं जा सकेगा.
- जो फोन पहले से मार्केट में बिक चुके हैं, उन यूजर्स को भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. कंपनियां सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए यह ऐप आपके पुराने फोन में भी भेजेंगी. मतलब हर फोन यूजर को यह सिक्योरिटी टूल मिलेगा.
- यह 2023 में एक वेब पोर्टल के रूप में शुरू हुआ. इसके बाद संचार साथी ऐप 17 जनवरी 2025 को लॉन्च किया गया और देखते ही देखते 5 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हो गए. यह ऐप आज भारत का सबसे भरोसेमंद फोन सिक्योरिटी टूल बन गया है.
- इसके जरिये अब तक 7 लाख से ज्यादा चोरी या खोए हुए फोन वापस मिल चुके हैं, और 37 लाख से ज्यादा फोन ब्लॉक हो चुके हैं. यानी फोन चोरी हो जाए तो लोगों के डेटा और पैसे को बचाने में यह ऐप सबसे आगे है.
- बहुत लोग आपकी ID पर फर्जी SIM निकलवा लेते हैं और आपको पता भी नहीं चलता. संचार साथी ऐप की मदद से अब 3 करोड से ज्यादा फर्जी SIM कनेक्शन बंद किए जा चुके हैं. यह सीधे यूजर की पहचान की सुरक्षा से जुडा सबसे बड़ा कदम है.
- जब आप ऐप खोलते हैं, तो यह आपका मोबाइल नंबर और OTP लेकर आपके फोन को पहचानता है. इसके बाद ऐप आपके IMEI को DoT की CEIR सिस्टम से मैच करता है और बताता है कि फोन वैलिड है या चोरी या ब्लैकलिस्ट में है.
- CEIR एक सेंट्रल डेटाबेस है जहां देश के हर फोन का IMEI नंबर रजिस्टर रहता है. संचार साथी ऐप इसी सिस्टम से जुडा है, इसलिए आपका फोन हमेशा सुरक्षित निगरानी में रहता है और कोई भी गड़बड़ तुरंत पकड़ी जाती है.
- अगर आपका फोन चोरी या गुम हो जाए, तो इस ऐप में कुछ ही सेकंड में रिक्वेस्ट डालकर फोन को तुरंत ब्लॉक कराया जा सकता है. इससे आपके बैंक ऐप, फोटो, WhatsApp, UPI सब सिक्योर रहते हैं.
- अगर कोई आपको बैंक बनकर, कूरियर कंपनी बनकर, KYC अपडेट बनाकर कॉल करे, तो आप उस नंबर की शिकायत सीधे ऐप में कर सकते हैं. ऐप आपको सभी वैलिड बैंक और संस्थानों के असली नंबर भी दिखाता है.
- अगर आप सेकंड हैंड फोन खरीद रहे हैं, तो बस IMEI नंबर डालें और ऐप तुरंत बता देगा कि फोन असली है, चोरी का है या ब्लैकलिस्टेड है. इससे लोग ठगी से बच रहे हैं और सुरक्षित तरीके से फोन खरीद पा रहे हैं.
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