देश में अर्थव्यवस्था पर महंगाई की मार का असर वर्ष 2022 में बना रहा और बना रहा सरकार पर भी ऐसे कदम उठाने का दवाब कि लोगों को महंगाई से राहत मिले. सरकार के पास जो भी हथियार महंगाई पर काबू करने के लिए मौजूद हैं सरकार ने सबका प्रयोग कर महंगाई को काबू करने में साल के अंत तक कुछ सफलता हासिल की और आरबीआई प्रमुख शक्तिकांत दास ने हाल में कहा है कि अभी कुछ और कदम उठाने की आवश्यकता है जिससे महंगाई को नियंत्रण में रखा जा सके. स्पष्ट रूप से बाजार में महंगाई को काबू करने के लिए सरकार बाजार से नकदी को कम करने के कदम उठाते हैं और लोगों के हाथ में कैश की मात्रा या कहें लोगों की खरीदने की ताकत को कम करने के कदम भी उठाती है. इस कदम के तहत आरबीआई की ओर से लगातार पिछली कुछ तिमाही में रेपो रेट को बढ़ाया गया ताकि लोन महंगा हो और बाजार से नकदी भी कुछ कम हो.
देखा जाए तो अपना पैसा सुरक्षित निवेश में लगाने वालों के लिए अब सुनहरा समय आ गया है. बैंकों पर भी डिपॉज़िट पर ज्यादा ब्याज देने का दबाव पड़ना शुरू हो गया है. नए साल के लगते ही कुछ बैंकों ने जमा नकदी पर ब्याज दरों में इजाफे की घोषणा भी कर दी है और संभव है कि बाकी बैंकों या फिर एनबीएफसी में इस संबंध में मंथन चल रहा होगा.
बता दें कि वित्त मंत्रालय ने जनवरी 2023 से कुछ छोटी बचत योजनाओं पर 0.20 से 1.10% ब्याज दर बढ़ाने का ऐलान किया है. ये बढ़ोतरी लगातार दूसरी तिमाही में की गई है. सरकार के इस कदम से डाकघर में जमा करने वाले ग्राहकों को लाभ होगा.
फिलहाल अभी तक श्रीराम फायनेंस और पीएनबी समेत कुछ बैंकों ने अपनी एफडी के रेट को बदला है और इससे सीधा लाभ वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और अन्य लोगों को भी होगा और बैंकों में नकदी जमा बढ़ने वाली है.
Punjab National Bank (PNB) पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ग्राहकों को नए साल का तोहफा ब्याज दरों में वृद्धि करके दिया है. बैंक ने सावधि जमा (Fixed Deposit) पर दी जाने वाली ब्याज दरों को बढ़ाया है. पीएनबी PNB की वेबसाइट के अनुसार नई दरें 1 जनवरी 2023 से प्रभावी हो चुकी हैं. बचत खाते (Savings Account) पीएनबी ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट तक का इजाफा किया है. वहीं, Fixed Deposit पर ब्याज दरों में करीब 50 बेसिस प्वाइंट तक का इजाफा किया है.
बैंक की साइट के अनुसार
हम आपको बताने जा रहै हैं कि कहां कहां पर पीएनबी ने ब्याज दरों में इजाफा किया है. पीएनबी ने एक साल तक के जमा पर ब्याज दरों में इजाफा किया है. अब पीएनबी की ओर से सावधि जमा जिसे फिक्स्ड डिपॉजिट कहते हैं या एफडी से समझ आसान हो जाती है पर 6.75 की दर से सालाना ब्याज देने की घोषणा की है. यह 1 जनवरी 2023 से लागू हो गया है. वहीं, इस जमा पर पहले 6.30 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज पहले दिया जा रहा था. वहीं वरिष्ठ नागरिकों को इसी समयावधि जमा पर पहले 6.80 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज दिया जा रहा था जिसे अब 7.25 प्रतिशत सालाना कर दिया गया है. इसके साथ ही इसी जमा अवधि के लिए सुपर सीनियर सिटीजन को 7.55 प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज मिलेगा. यह ब्याज दर पहले 7.10 प्रतिशत सालाना हुआ करती थी.
इसके साथ ही पीएनबी ने एक साल से 665 दिन की जमा के लिए भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. अब इस जमा पर 6.75 ब्याज दर से अदायगी की जाएगी वहीं यह पहले 6.30 प्रतिशत सालाना हुआ करती थी. सीनियर सिटीजन के लिए यह दर पहले 6.80 प्रतिशत सालाना हुआ करती थी जिसे अब 7.25 प्रतिशत सालाना कर दिया गया है. इसके साथ ही सुपर सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में आ रहे लोगों को इसी समयावधि में जमा के लिए 7.55 प्रतिशत की दर से सालाना ब्याज दिया जाएगा. वहीं यह पहले 7.10 प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज दिया जा रहा था.
इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक ने 667 दिनों से लेकर 2 साल तक की जमा पर भी ब्याज दरों में 1 जनवरी 2023 से इजाफा किया है. आम लोगों के लिए यह ब्याज दर अब 6.75 प्रतिशत सालाना हो गई है. इससे पहले यह 6.30 प्रतिशत सालाना हुआ करती थी. वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी इस समयावधि पर जमा में ब्याज दरों का इजाफा किया गया है. अब यह 7.25 प्रतिशत सालाना हो गई है जबकि पहले यह 6.80 प्रतिशत सालाना हुआ करती थी. इसके साथ सुपर सीनियर सिटीजन लोगों को इस अवधि के जमा के लिए 7.55 प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज दिया जाएगा जबकि यह ब्याज दर पहले 7.10 प्रतिशत सालाना हुआ करती थी.
पंजाब नेशनल बैंक ने दो साल से तीन साल तक की जमा पर भी ब्याज दरों को बढ़ाने का ऐलान किया है. बैंक अब आम नागरिकों को 6.75 प्रतिशत की दर से ब्याज देगा. वहीं यह पहले 6.25 प्रतिशत हुआ करता था. वरिष्ठ नागरिकों को यह 7.25 की दर से दिया जाएगा जबकि यह पहले इनके लिए इसी समयावधि पर 6.75 प्रतिशत सालाना की दर पर दिया जाता था. इसके अलावा सुपर सीनियर सीटिजन को यह ब्याज दर 7.55 प्रतिशत सालाना की दर से दिया जाएगा जो पहले 7.05 प्रतिशत हुआ करती थी.