सरकार ने Fastag के नियमों में किया बड़ा बदलाव, नए नियम के बारे में जान लें वरना बढ़ जाएगी परेशानी

FASTag KYC Update Online : फास्टैग नियमों में बदलाव के बाद अब यूजर्स को यह सुनिश्चित करना होगा की उनका डेटाबेस भारत की राष्ट्रीय वाहन रजिस्ट्री डेटाबेस में दर्ज जानकारी से अलग तो नहीं है.

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नई दिल्ली:

सरकार ने टोल टैक्स (Toll Tax) की वसूली के लिए फास्टैग नियम (FASTag Rule) में बदलाव किए हैं. भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने 1 अगस्त से नए फास्टैग नियम (New FASTag Rule) लागू कर दिए हैं. फास्टैग यूजर्स के लिए नए नियमों और विनियमों का पालन करना अनिवार्य है. हाइवे से होकर गुजरने के दौरान किसी भी परेशानी से बचने के लिए आपको नए नियमों को जान लेना बेहद जरूरी है. हम आपको बताते हैं कि फास्टैग के कौन-कौन से नए नियम लागू किए गए हैं.

31 अक्टूबर तक FASTag KYC अपडेट करना अनिर्वाय

फास्टैग के नए नियम के तहत यूजर्स को अपना केवाईसी अपडेट करना होगा. 31 अक्टूबर, 2024 तक 3 से 5 साल पहले जारी किए गए सभी फास्टैग के लिए केवाईसी अपडेट (FASTag KYC Update) करना अनिर्वाय होगा. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप फास्टैग केवाईसी कैसे अपडेट कर सकते हैं. इन स्टेप्स के जरिये मिनटों में आपका काम हो जाएगा. तो चलिए जानते हैं...

फास्टैग ऑनलाइन अपडेट करने का तरीका (FASTag KYC Update Online Process)

  • सबसे पहले IHMCL की वेबसाइट fastag.ihmcl.com पर जाएं 
  • यहां रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के जरिये लॉग-इन करें
  • इस दौरान ओटीपी और कैप्चा कोड भरें
  • सबमिट करने के बाद एक नया विंडो खुलेगी
  • यहां  My Profile पर क्लिक करें
  • इसके बाद  FASTag केवाईसी स्टेटस देखें
  • KYC सेक्शन में जाकर  Customer Type चुनें
  • इसके बाद सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ डिटेल्स भरें
  • ये प्रोसेस पूरा करने के बाद आपका FAStag अपडेट हो जाएगा

नए फास्टैग नियमों में यूजर्स को देनी होगी ये जानकारी

वहीं, फास्टैग नियमों में बदलाव के बाद अब यूजर्स को अपने वाहन की पूरी जानकारी देनी होगी. वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर और मालिक के मोबाइल नंबर को इससे लिंक करना होगा. वहीं जिन लोगों ने हाल ही में कोई नया वाहन खरीदा है, तो उनको तीन महीने का समय दिया जाएगा.ऐसे यूजर्स को 90 दिनों के अंदर फास्टैग पर रजिस्ट्रेशन नंबर अपडेट करना जरूरी है. इसके अलावा यूजर्स को वाहन की तस्वीर भी अपलोड करनी होगी. तस्वीर में वाहन के आगे का हिस्सा बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए.

फास्टैग यूजर्स को यह सुनिश्चित करना होगा की उनका डेटाबेस भारत की राष्ट्रीय वाहन रजिस्ट्री डेटाबेस में दर्ज जानकारी से अलग तो नहीं है. दोनों में अंतर होने पर कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में आपके लिए अपने डेटाबेस का वेरीफिकेशन करना बेहतर होगा.

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