बच्चे भी करेंगे UPI पेमेंट, बिना बैंक अकाउंट मिलेगा डिजिटल वॉलेट! जान लीजिए, इतनी डिटेल में कोई नहीं बताएगा

Junio आने वाले समय में जो नए फीचर्स जोड़ने की योजना बना रहा है, वे इसे और भी उपयोगी बनाएंगे. NCMC सपोर्ट जुड़ने से यह RuPay कार्ड मेट्रो, बस और अन्य ट्रांजिट सेवाओं में भी काम करेगा, जिससे बच्चों के लिए स्कूल आना-जाना पूरी तरह कैशलेस हो जाएगा.

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UPI for Minors: बच्‍चे भी कर सकेंगे यूपीआई पेमेंट

UPI Payments for Minors: जमाना डिजिटल का है. अब जेब में या पर्स में ज्‍यादा कैश लेकर कौन ही चलता है! कुछ साल पहले तक प्‍लास्टिक मनी यानी डेबिट और क्रेडिट कार्ड ही सहारा था, जबकि अब सबसे ज्‍यादा इस्‍तेमाल होने वाला माध्यम यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) बन चुका है. इसके लिए बस एक बैंक अकाउंट होना चाहिए, जिससे यूपीआई लिंक हो. हालांकि बड़े लोगों के पास तो अपना बैंक खाता होता है, लेकिन बच्‍चों का क्‍या? उन्‍हें भी तो ये सुविधा मिलनी चाहिए! अब तक इस दिशा में नहीं सोचा गया था, लेकिन अब बच्‍चों के लिए ये जरूरी पहल की गई है. बच्‍चे भी अब UPI पेमेंट कर सकेंगे, भले ही उनके पास बैंक अकाउंट न हो. पूरी खबर बताएंगे, डिटेल में. 

दरअसल, डिजिटल दौर में अब बच्चों को भी डिजिटल लेनदेन से जोड़ने की तैयारी है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में Junio Payments Pvt Ltd को Prepaid Payment Instruments (PPI) जारी करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इसका सीधा मतलब ये है कि जल्द ही बच्चों और किशोरों (टीनएजर्स) के लिए एक खास डिजिटल UPI वॉलेट लॉन्च होने वाला है, जिससे उनके लिए कैशलेस पेमेंट करना बेहद आसान और सुरक्षित हो जाएगा.

बिना बैंक अकाउंट ऐसे कर पाएंगे UPI पेमेंट

Junio को RBI से Prepaid Payment Instruments (PPI) जारी करने की मंजूरी का मतलब है कि ये एक स्‍पेशल वॉलेट होगा (जैसे Paytm या PhonePe वॉलेट), जिसमें माता-पिता पैसे लोड कर सकते हैं. यह सीधे बैंक अकाउंट से नहीं जुड़ा होगा, इसलिए बच्चों को बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं होगी. यह वॉलेट NPCI (National Payments Corporation of India) की UPI सर्कल (UPI Circle) पहल के तहत काम करेगा. 

यह पहल विशेष रूप से ऐसे लोगों के लिए डिजाइन की गई है जो मुख्य बैंकिंग प्रणाली से जुड़े नहीं हैं या जिनके पास पूर्ण KYC वाले खाते नहीं हैं. बच्चे केवल उस राशि तक खर्च कर पाएंगे जो माता-पिता ने वॉलेट में लोड की है या खर्च की सीमा तय की है, जिससे बड़े धोखाधड़ी (Fraud) या अत्यधिक खर्च का जोखिम कम हो जाता है. ये सुविधा छात्रों और युवाओं के लिए किसी यूटिलिटी (उपयोगिता) से कम नहीं होगी.

  • बैंक खाते की जरूरत नहीं: इस नए वॉलेट के जरिए अब बच्चों को UPI पेमेंट करने के लिए बैंक खाते की आवश्यकता नहीं होगी.
  • पेमेंट का तरीका: Junio का यह वॉलेट NPCI के UPI सर्कल पहल से जुड़ा होगा. बच्चे UPI QR कोड स्कैन करके आसानी से पेमेंट कर सकेंगे.
  • माता-पिता का नियंत्रण: अभिभावक अपने UPI अकाउंट को इस वॉलेट से लिंक कर सकेंगे. इससे वे बच्चों को पॉकेट मनी डिजिटल रूप से भेज पाएंगे और उनके खर्च की सीमा (Limit) भी तय कर सकेंगे. हर ट्रांजेक्शन पर रियल टाइम में नजर रखी जा सकेगी.

वित्तीय समझ बढ़ाने में सहायक

यह पहल सिर्फ पेमेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों को पैसों की समझ (Financial Literacy) बढ़ाने का एक बेहतरीन जरिया है. माता-पिता खर्च की सीमा तय करके बच्चों को समझदारी से खर्च करना सिखा सकते हैं. ऐप में टास्क रिवॉर्ड्स और सेविंग गोल्स जैसे फीचर्स हैं, जो बच्चों को बचत करने और पैसे की अहमियत समझने में मदद करेंगे.

ऐसा हो सकता है रजिस्‍ट्रेशन प्रोसेस 

Junio UPI वॉलेट के लिए पंजीकरण (Registration) की प्रक्रिया बहुत सीधी और माता-पिता-केंद्रित (Parent-Centric) होने वाली है. चूंकि RBI की मंजूरी के बाद पूरी तरह से लॉन्च होने वाली है, इसलिए बहुत ज्‍यादा जानकारी सामने तो नहीं आई है, लेकिन सामान्य पंजीकरण प्रोसेस कुछ इस तरह होने की संभावना जताई जा रही है. बच्चों के लिए Junio वॉलेट में शामिल होने के लिए माता-पिता को मुख्य रूप से पहल करनी होती है. RBI के दिशानिर्देशों के अनुसार, PPI वॉलेट सेट करने के लिए माता-पिता को अपनी पहचान (ID Proof) और पते (Address Proof) का उपयोग करके न्यूनतम KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी करनी होगी. 

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  • Junio ऐप डाउनलोड करें: सबसे पहले, माता-पिता (Parent) को अपने स्मार्टफोन में Junio ऐप (जो आमतौर पर Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध होगा) डाउनलोड करना होगा.
  • माता-पिता (Parent) का पंजीकरण और KYC: माता-पिता को ऐप पर अपने मोबाइल नंबर का उपयोग करके एक खाता बनाना होगा. यह प्रक्रिया डिजिटल रूप से ऐप के माध्यम से ही पूरी हो जाती है. 
  • बच्चे का खाता जोड़ना: ऐप में 'बच्चे को जोड़ें' (Add Child) विकल्प का चयन करेंगे. बच्चे का नाम, आयु और अन्य आवश्यक विवरण दर्ज किए जाएंगे. इसके बाद, बच्चे के लिए एक खास Junio UPI वॉलेट/कार्ड जारी करने की प्रक्रिया शुरू होगी.
  • वॉलेट/कार्ड एक्टिवेशन और फंडिंग: Junio माता-पिता को एक वर्चुअल (Virtual) कार्ड तुरंत जारी कर देगा, और यदि अनुरोध किया गया हो तो फिजिकल RuPay कार्ड उनके पते पर भेजा जाएगा. माता-पिता अपने बैंक खाते या मौजूदा UPI ऐप का उपयोग करके सुरक्षित रूप से Junio वॉलेट में पैसे लोड (Fund) करेंगे. यही राशि बच्चा खर्च कर सकता है.
  • UPI लिंकिंग और नियंत्रण: एक बार वॉलेट में पैसा आ जाने के बाद, माता-पिता ऐप के माध्यम से बच्चे के दैनिक या मासिक खर्च की सीमा (Spending Limit) निर्धारित कर सकते हैं. बच्चा अपने फ़ोन पर ऐप के माध्यम से या दिए गए RuPay कार्ड का उपयोग करके UPI QR कोड को स्कैन करके पेमेंट करना शुरू कर सकता है. 

इस पहल से हैं कई फायदे 

बच्‍चों के लिए इस यूपीआई पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों में वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) और वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy) को बढ़ावा देना है. इससे कई तरह के फायदे होंगे. 

  • जिम्मेदारी का एहसास: जब बच्चे खुद डिजिटल पेमेंट करते हैं और ऐप पर अपना खर्च ट्रैक करते हैं, तो उन्हें पैसे की जिम्मेदारी का एहसास होता है.
  • टास्क और रिवॉर्ड: ऐप में ऐसे फीचर्स हैं जहां बच्चे घर के छोटे-मोटे काम (Tasks) पूरे करके रिवॉर्ड के रूप में पॉकेट मनी कमा सकते हैं. इससे उन्हें 'कमाई' और 'खर्च' के बीच का संबंध समझ आता है.
  • बचत लक्ष्य: वे छोटे-छोटे बचत लक्ष्य (Saving Goals) निर्धारित कर सकते हैं (जैसे एक खिलौना या साइकिल खरीदना) और ऐप उन्हें इस दिशा में बचत करने में मदद करता है.

भविष्य के उपयोगी फीचर्स

Junio आने वाले समय में जो नए फीचर्स जोड़ने की योजना बना रहा है, वे इसे और भी उपयोगी बनाएंगे. NCMC सपोर्ट जुड़ने से यह RuPay कार्ड मेट्रो, बस और अन्य ट्रांजिट सेवाओं में भी काम करेगा, जिससे बच्चों के लिए स्कूल आना-जाना पूरी तरह कैशलेस हो जाएगा. ब्रैंड वाउचर और रिवॉर्ड की बात करें तो ऐप पर खर्च करने और बचत करने पर बच्चों को विभिन्न ब्रांडों के वाउचर और इंसेंटिव्स मिल सकते हैं. Junio का यह UPI वॉलेट बच्चों को एक नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण में डिजिटल दुनिया से जोड़ता है, जिससे वे भविष्य के लिए जिम्मेदार उपभोक्ता बन सकें.
 

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