रेलवे ने दी गुड न्‍यूज: जम्‍मू से श्रीनगर तक ट्रेन इस तारीख से, क्‍या वंदे भारत भी चलाई जाएगी? पूरा अपडेट यहां

फिलहाल, वंदे भारत ट्रेन रीसी जिले के कटरा शहर और कश्मीर के बीच चल रही है. रेलवे की शान कही जानी वाली वंदे भारत ट्रेन श्रीनगर तक भी चलाई जाएगी या नहीं, इसको लेकर फिलहाल कोई ऐलान नहीं किया गया है.

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देश के अलग-अलग हिस्‍सों से बड़ी संख्‍या में लोग जम्‍मू-कश्‍मीर पहुंचते हैं. अलग-अलग शहरों से जम्‍मू तक ट्रेनें भी जाती हैं, लेकिन यहां से श्रीनगर जाने के लिए ट्रेन नहीं है. ये इंतजार जल्‍द ही पूरा होने वाला है. रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि जम्मू से श्रीनगर तक सीधी ट्रेन सेवा इस साल के अंत से पहले शुरू होने की संभावना है. उन्‍होंने बताया कि जम्मू डिवीजन में ऑपरेशन और री-डेवलपमेंट का सारा काम 30 नवंबर से पहले पूरा हो जाएगा. जम्मू से श्रीनगर तक सीधे ट्रेन सेवा का संचालन कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा.

क्‍या वंदे भारत भी चलाई जाएगी?

श्रीनगर तक रेलवे की शान कही जानी वाली वंदे भारत ट्रेन भी चलाई जाएगी या नहीं, इसको लेकर फिलहाल कोई ऐलान नहीं किया गया है. फिलहाल, वंदे भारत ट्रेन रीसी जिले के कटरा शहर और कश्मीर के बीच चल रही है. नॉर्दर्न रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि सीधे ट्रेन सेवा जल्द ही जम्मू रेलवे स्टेशन से श्रीनगर के लिए शुरू होने की संभावना है. सीधीन ट्रेन सेवा को संभव बनाने के लिए काम जारी है. पहले फ्लैश फ्लड ने काम में बाधा पहुंचाई, लेकिन अब इस प्रोजेक्ट को जोर-शोर से आगे बढ़ाया जा रहा है. नॉर्दर्न रेलवे ने जम्मू डिवीजन में संचालन और पुनर्विकास कार्यों को तेज़ कर दिया है ताकि जम्मू और श्रीनगर के बीच सीधे ट्रेन सेवा शुरू की जा सके, जो जम्मू और कश्मीर की रेलवे कनेक्टिविटी में एक बड़ा मील का पत्थर होगा.

काम में कहां आ रही चुनौतियां?

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कटरा खंड में मुख्य चुनौतियां हैं, जहां पुलों, ट्रैक और स्टेशन पुनर्विकास का काम चल रहा है. जम्मू स्टेशन पर दो प्रकार के काम हैं, सिविल स्ट्रक्चर और ट्रैक से संबंधित. ट्रैक का काम लगभग पूरा हो चुका है, जबकि सिविल स्ट्रक्चर, जिसमें नए प्लेटफॉर्म और स्टेशन की सुविधाएं शामिल हैं, लगभग पूरी होने के करीब हैं.

एक अधिकारी ने कहा, 'प्रोजेक्‍ट की प्रगति की निगरानी की जा रही है ताकि जल्द से जल्द जम्मू-श्रीनगर कनेक्टिविटी स्थापित की जा सके.' संचालन और पुनर्विकास कार्य नवंबर के अंत से पहले पूरे होने की उम्मीद है, और उसके बाद जम्मू से श्रीनगर सीधे ट्रेन सेवा शुरू करने का निर्णय लिया जाएगा.

पूरा हुआ सदी का सपना

उधमपुर-श्रीनगर-बरामुल्ला रेल लिंक (USBRL) भारतीय रेलवे द्वारा अब तक किया गया सबसे चुनौतीपूर्ण रेलवे प्रोजेक्ट है. यह चुनौतीपूर्ण परियोजना हिमालय के पार चलती है और इसमें विश्व की सबसे ऊंची रेलवे ब्रिज चेनाब नदी पर और भारत के पहले केबल-स्टेड रेलवे ब्रिज अंजी खाद पर शामिल हैं. यह लाइन अब पूरी तरह से संचालित हो रही है, जो हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करती है और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है. कश्मीर के लिए ट्रेन एक सदी पुराना सपना था, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 6 जून को कटरा से श्रीनगर के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के साथ पूरा हुआ.

FAQ

जम्‍मू से श्रीनगर के बीच ट्रेन सेवा के बारे में बताएं

जम्मू से श्रीनगर तक अभी सीधे ट्रेन सेवा पूरी तरह से सक्रिय नहीं हुई है, लेकिन यह जल्द शुरू होने की संभावना है. जम्मू-श्रीनगर रेल कनेक्टिविटी के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बरामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना चल रही है, जो हिमालय की पहाड़ियों से होकर गुजरती है और इस क्षेत्र में रेलवे नेटवर्क को जोड़ने का सबसे चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट है. अभी ट्रेन सेवा मुख्यतः जम्मू से कटरा तक चलती है, जहां से कश्मीर की अन्य जगहों तक ट्रांसपोर्ट होता है. यानी मुख्य ट्रेन मार्ग, जम्मू से कटरा तक ट्रेन का है. कटरा से श्रीनगर के लिए रेलवे लाइन का विकास और काम जारी है और जल्द ही सीधे ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी.

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