केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में 31 दिसंबर तक 8.18 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) दाखिल किये गये हैं. जबकि एक साल पहले 31 दिसंबर, 2022 तक 7.51 करोड़ आयकर रिटर्न भरे गये थे. सीबीडीटी (CBDT) ने बयान में कहा कि यह बीते वित्त वर्ष 2022-23 में भरे गये कुल आयकर रिटर्न (ITR Filing) से नौ प्रतिशत अधिक है.
बयान के अनुसार, इस अवधि के दौरान कुल 1.60 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और अन्य फॉर्म भरे गये जबकि एक साल पहले 2022-23 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1.43 करोड़ था.
इसमें कहा गया है कि टैक्सपेयर्स (Taxpayers) के लिए अनुपालन को आसान बनाने के लिए वेतन, ब्याज, लाभांश, व्यक्तिगत जानकारी, टीडीएस (TDS) से संबंधित सूचना सहित ज्यादातर आंकड़ें पहले से भरे हुए थे. इस सुविधा का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया. इसके कारण आईटीआर (ITR) को आसानी से और तेजी से दाखिल किया जा सका.
टैक्सपेयर्स के लिए आईटीआर दाखिल करना हुआ आसान
इसके अलावा, इस वित्त वर्ष के दौरान ऑनलाइन टैक्स अकाउंटिंग सिस्टम (ओएलटीएएस) पेमेंट सिस्टम की जगह एक डिजिटल ई-पे टैक्स पेमेंट प्लेटफॉर्म - टीआईएन-दो को ई-फाइलिंग पोर्टल पर पूरी तरह से चालू किया गया है. सीबीडीटी ने कहा कि इससे टैक्सपेयर्स के लिये टैक्स के ई-पेमेंट का रास्ता सुगम हुआ है. टीआईएन-दो मंच ने टैक्सपेयर्स को वास्तविक समय पर कर जमा करने में सक्षम बनाया है जिससे आईटीआर दाखिल करना (Income tax Return Filing) आसान और तेज हो गया है.
आयकर विभाग ने ITR भरने को लेकर चलाया अभियान
वहीं, आयकर विभाग (Income Tax Department) ने टैक्सपेयर्स को समय पर आयकर रिटर्न (Income Tax Return) यानी आईटीआर (ITR) और फॉर्म भरने को लेकर बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार अभियान भी चलाया. इसमें ई-मेल, एसएमएस आदि के जरिये लोगों से समय पर आईटीआर भरने को प्रोत्साहित किया गया. सीबीडीटी ने कहा कि इन सब कारणों से 2023-24 में 31 दिसंबर तक आयकर रिटर्न में सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है.