एक दिन में कितना कैश लेना है सेफ? लेन-देन से पहले जान लें ये लिमिट, वरना Income Tax भेज सकता है नोटिस

Income Tax Rules for Cash Transactions: आज के समय में जब डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है, ऐसे में कैश ट्रांजैक्शन पर टैक्स डिपार्टमेंट की सख्ती कोई हैरानी की बात नहीं है. इसलिए जरूरी है कि आप मौजूदा कानून के बारे में सजग रहें ताकि अपनी किसी लापरवाही से किसी झंझट में न पड़ जाएं.

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Cash Limit To Avoid Income Tax Notice: इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 269ST के तहत, एक दिन में 2 लाख रुपये से ज्यादा के कैश लेने पर प्रतिबंध है.
नई दिल्ली:

आज के डिजिटल दौर में जैसे-जैसे पेमेंट करने का तरीका बदल रहा है, वैसे-वैसे इन पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) की निगरानी भी बढ़ी है. अगर आपको लगता है कि जब तक आप किसी ट्रांजैक्शन के बारे में डिपार्टमेंट को नहीं बताएंगे उन्हें पता नहीं चलेगा तो आप गलत सोच रहे हैं.

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बड़े कैश ट्रांजैक्शन (Big cash transactions) पर पैनी नजर रखता है, और छोटी सी गलती पर भी आपको इनकम टैक्स का नोटिस (Income Tax Notice) मिल सकता है.

2 लाख से ज्यादा कैश लिया तो भरना पड़ सकता है जुर्माना

इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 269ST के तहत, एक दिन में 2 लाख रुपये से ज्यादा के कैश लेने (Cash Payment) पर प्रतिबंध है. चाहे वो सिंगल ट्रांजैक्शन में लिया गया हो या कई ट्रांजैक्शन में मिलाकर.

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एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति एक दिन में 5 लाख रुपये कैश लेता है और टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी मिल जाती है, तो उसे भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है. बता दें कि यह लिमिट बैंकों और पोस्ट ऑफिस से विड्रॉल किए गए कैश पर लागू नहीं होती है.

यह नियम किन हालातों में लागू होता है?

सेक्शन 269ST के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति या संस्था तीन स्थितियों में एक दिन में 2 लाख रुपये से ज्यादा कैश नहीं ले सकती है:

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  • एक दिन में एक ही व्यक्ति से 2 लाख रुपये से ज्यादा का कैश लेना
  • किसी सिंगल ट्रांजैक्शन में 2 लाख रुपये से ज्यादा लेना
  • किसी एक अवसर या घटना से जुड़े ट्रांजैक्शन के लिए 2 लाख रुपये से ज्यादा लेना

हालांकि, इसके कुछ अपवाद भी हैं. बैंकों के अलावा सरकारी संस्थाएं इस नियम के दायरे में नहीं आती हैं.

इनकम टैक्स एक्ट के कौन से सेक्शन कैश ट्रांजैक्शन पर लागू होते हैं?

  • सेक्शन 40A(3) और 43 – कैश पेमेंट से संबंधित
  • सेक्शन 269SS और 269ST – कैश लेने से संबंधित
  • सेक्शन 269T – लोन या डिपॉजिट के कैश रीपेमेंट से संबंधित

टैक्सपेयर्स के लिए जरूरी सलाह

अगर आप किसी को बड़ा अमाउंट देने वाले हैं या कहीं से लेने वाले हैं, तो कोशिश कीजिए कि वह ट्रांजैक्शन NEFT, RTGS या UPI जैसे बैंकिंग मीडियम के जरिए किया गया हो. इससे न सिर्फ आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से मिलने वाले नोटिस से बचेंगे, बल्कि आपकी फाइनेंशियल ट्रांसपेरेंसी भी बनी रहेगी.

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आज के समय में जब डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है, ऐसे में कैश ट्रांजैक्शन (Cash Transactions) पर टैक्स डिपार्टमेंट की सख्ती कोई हैरानी की बात नहीं है. इसलिए जरूरी है कि आप मौजूदा कानून के बारे में सजग रहें ताकि अपनी किसी लापरवाही से किसी झंझट में न पड़ जाएं. 2 लाख रुपये से ज्यादा का कैश लेने या देने से बचें ऐसा करके आप खुद को सुरक्षित तो रखेंगे ही साथ ही यह कदम आपको भारी जुर्माने से भी बचाएगा.

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