अखिल भारतीय स्तर पर किए गए सर्वेक्षण में लगभग 45 प्रतिशत लोगों ने पाया कि गूगल पर रेटिंग और समीक्षाएं गलत थीं, जबकि 37 ने समीक्षाओं को सकारात्मक रूप से पक्षपाती पाया. ऑनलाइन सर्वे मंच लोकल सर्किल्स ने सोमवार को यह बात कही. ऑनलाइन रेटिंग और समीक्षाओं पर लोकलसर्किल्स का सर्वेक्षण देश के 357 जिलों में 56,000 लोगों के बीच किया गया. इसमें प्रत्येक प्रश्न पर प्रतिक्रियाओं की संख्या भिन्न थी. सर्वेक्षण में पाया गया कि जो लोग गूगल पर संपर्क विवरण या किसी कारोबार का स्थान खोजने के लिए जाते हैं, उनमें से 88 प्रतिशत अक्सर मंच पर समीक्षाओं और रेटिंग से गुजरते हैं.
सर्वे के अनुसार, गूगल पर जो उपयोगकर्ता होटल, रेस्तरां, स्टोर, सेवा, पेशेवर, आदि जैसे व्यवसाय के लिए रेटिंग और समीक्षा पाते हैं, उनमें से 45 प्रतिशत ने महसूस किया कि वे बिल्कुल गलत थे और 37 प्रतिशत लोगों को आमतौर पर वह सकारात्मक रूप से पक्षपाती लगा.
संपर्क करने पर, गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ गूगल उत्पादों पर उपलब्ध समीक्षा सुविधा का उद्देश्य वास्तविक अनुभवों और सूचनाओं के आधार पर उपयोगी जानकारी साझा करना है.
प्रवक्ता ने कहा कि हम लोगों को गूगल पर विश्वसनीय स्थानीय जानकारी खोजने में मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करना जारी रखेंगे.
सर्वेक्षण के अनुसार, इसमें शामिल केवल तीन प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें गूगल पर पोस्ट की गई रेटिंग और समीक्षाओं में बहुत अधिक भरोसा है. वहीं सात प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्हें इन समीक्षाओं पर ‘शून्य' विश्वास था.