दुनिया भर में सोने-चांदी के भाव को देखकर हर कोई यही सोच रहा कि आखिर सोना इतना महंगा क्यों हो गया.देश में शादी का सीजन हो या निवेश की प्लानिंग हर जगह गोल्ड की चर्चा है. बीते कुछ दिनों में सोने और चांदी के रेट ऐसे हाई लेवल पर पहुंचे हैं जो जिसकी वजह से सोना खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं रह गई है. ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि आखिर दाम लगातार ऊपर क्यों जा रहे हैं.
MCX पर सोने ने का दाम
बीते दिन सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने ने नया रिकॉर्ड बना दिया. फरवरी डिलीवरी वाला गोल्ड करीब 1874 रुपये की तेजी के साथ 135496 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. पिछले एक हफ्ते में ही सोना करीब 3000 रुपये से ज्यादा महंगा हो चुका है.
हालांकि, आज यानी मंगलवार दोपहर को MCX पर सोने के भान में हल्की गिरावट जरूर दिखी और सोना करीब 460 रुपये (0.34%) टूटकर 133670 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास ट्रेड करता दिखा लेकिन दाम अब भी सातवें आसमान पर बने हुए हैं.
MCX पर चांदी का भाव
सोने के साथ चांदी भी पीछे नहीं रही. मार्च 2026 कॉन्ट्रैक्ट वाली चांदी सोमवार को 5255 रुपये चढ़कर 198106 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई. बीते एक हफ्ते में चांदी करीब 9400 रुपये महंगी हो चुकी है. वहीं आज मंगलवार को एमसीएक्स पर चांदी करीब 196882 रुपये प्रति किलो के आसपास कारोबार करती दिखी.
भारत में गोल्ड के दाम कैसे तय होते हैं?
सरकार ने संसद में साफ बताया है कि भारत में सोने और चांदी की कीमतें सीधे इंटरनेशनल मार्केट से जुड़ी होती हैं. जब दुनिया में गोल्ड महंगा होता है तो भारत में भी उसका असर दिखता है. इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की हालत और इंपोर्ट पर लगने वाला टैक्स भी गोल्ड रेट को ऊपर नीचे करता है.
दुनिया में डर और अनिश्चितता से बढ़ी गोल्ड की मांग
इस समय दुनिया भर में हालात पूरी तरह स्थिर नहीं हैं. अलग अलग देशों में तनाव है और ग्लोबल ग्रोथ को लेकर भी चिंता बनी हुई है. ऐसे माहौल में लोग अपना पैसा सुरक्षित जगह लगाना चाहते हैं. सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता है. यही वजह है कि बड़े निवेशक और सेंट्रल बैंक जमकर सोना खरीद रहे हैं और इससे कीमतें और ऊपर जा रही हैं.
RBI ने भी बढ़ाया अपना गोल्ड स्टॉक
भारत का रिजर्व बैंक भी लगातार अपने गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहा है. मार्च 2025 तक आरबीआई के पास करीब 879 टन सोना हो चुका है. यह पिछले साल के मुकाबले करीब 57 टन ज्यादा है. सरकार का कहना है कि इससे रुपये पर भरोसा बढ़ता है और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
सोना सिर्फ गहना नहीं, निवेश का बड़ा जरिया
सरकार के मुताबिक भारत में सोना सिर्फ पहनने की चीज नहीं है बल्कि निवेश का भी बड़ा जरिया है. जब सोने के दाम बढ़ते हैं तो जिन लोगों के पास पहले से गोल्ड है उनकी कुल संपत्ति की वैल्यू अपने आप बढ़ जाती है. यही कारण है कि मुश्किल समय में गोल्ड लोगों के लिए सुरक्षा बन जाता है.
सरकार ने टैक्स घटाकर दी थोड़ी राहत
आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने जुलाई 2024 में गोल्ड इंपोर्ट पर टैक्स 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया था. इसके साथ ही फिजिकल गोल्ड की जगह डिजिटल विकल्प बढ़ाने के लिए गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसी स्कीम भी चलाई जा रही हैं.
क्या अभी गोल्ड खरीदना चाहिए?
सरकार का कहना है कि सोने की कीमतें बाजार तय करता है और सरकार इसमें सीधे दखल नहीं देती. लेकिन सही नियम होने से दाम अचानक बहुत ज्यादा न बढ़ें इसका ध्यान रखा जाता है. अगर आप गोल्ड खरीदने या निवेश करने की सोच रहे हैं तो जल्दबाजी से बचें. अपने बजट और जरूरत को देखकर फैसला लेना ही आज के समय में सबसे समझदारी भरा कदम है.














