EPFO के इस नए नियम से करोड़ों कर्मचारियों को होगा फायदा,ओवरलैप सर्विस पीरियड की वजह से रिजेक्ट नहीं होगा PF क्लेम

EPFO Claim Rejections: अब अगर दो नौकरियों के बीच आपके सर्विस पीरियड (Service Period) में ओवरलैपिंग नजर आती है, तो सिर्फ इस वजह से आपके PF ट्रांसफर क्लेम को रिजेक्ट नहीं किया जा सकेगा. EPFO ने एक सर्कुलर में यह जानकारी दी.

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EPFO online claim: EPFO के मुताबिक ,अगर किसी ट्रांसफर क्लेम में ओवरलैपिंग नजर आती है और जरूरत महसूस हो तो संबंधित अधिकारी कर्मचारी से स्पष्टीकरण की मांग कर सकता है, लेकिन सिर्फ ओवरलैपिंग की वजह से क्लेम को रिजेक्ट नहीं किया जाएगा.
नई दिल्ली:

EPFO New Rules 2025: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के इस नए नियम से करोड़ों कर्मचारियों को राहत मिलेगी. EPFO (Employees Provident Fund Organisation) ने साफ कर दिया है कि अब कर्मचारियों के ओवरलैप सर्विस पीरियड की वजह से ट्रांसफर क्लेम को रिजेक्ट नहीं किया जा सकेगा.EPFO ने इस बात पर जोर दिया कि ओवरलैपिंग सर्विस पीरियड के आधार पर PF क्लेम को खारिज करना सही नहीं है.

संगठन का कहना है कि ओवरलैप कई वास्तविक वजहों से हो सकता है, इसलिए इसे ट्रांसफर क्लेम को खारिज करने का आधार नहीं माना जाना चाहिए. यानी अब अगर दो नौकरियों के बीच आपके सर्विस पीरियड (Service Period) में ओवरलैपिंग नजर आती है, तो सिर्फ इस वजह से आपके PF ट्रांसफर क्लेम को रिजेक्ट नहीं किया जा सकेगा. EPFO ने 20 मई, 2025 को जारी एक सर्कुलर में यह जानकारी दी.

ओवरलैपिंग सर्विस पीरियड क्या होता है?

जब किसी एम्प्लॉई को दो अलग-अलग ऑर्गनाइजेशन में काम करते हुए दिखाया जाता है, तो इसे ओवरलैप सर्विस पीरियड (Overlap service period) कहा जाता है. ऐसा तब हो सकता है जब एक कंपनी में काम करने की आखिरी तारीख और दूसरी कंपनी की जॉइनिंग डेट कई वजहों या कुछ एरर के चलते ओवरलैप हो जाती हैं. अक्सर यह टेक्निकल फॉल्ट या तारीखों की गलत एंट्री की वजह से होता है और इसमें एम्प्लॉई की गलती नहीं होती है.

नया नियम क्या कहता है?

EPFO के मुताबिक ,अगर किसी ट्रांसफर क्लेम में ओवरलैपिंग नजर आती है और जरूरत महसूस हो तो संबंधित अधिकारी कर्मचारी से स्पष्टीकरण की मांग कर सकता है, लेकिन सिर्फ ओवरलैपिंग की वजह से क्लेम को रिजेक्ट नहीं किया जाएगा. EPFO ने यह कदम ट्रांसफर प्रोसेस को सरल और फास्ट बनाने के लिए उठाया है.

कर्मचारियों के लिए जरूरी सलाह

इस तरह की परेशानी से बचने के लिए जॉब बदलते समय अपने जॉइनिंग और रिलीविंग लेटर को संभालकर रखें. अपने PF अकाउंट में आधार से लिंक की गई जानकारियां अपडेट रखें. अगर EPFO आपसे कोई स्पष्टीकरण मांगता है, तो तुरंत अपने डॉक्यूमेंट जमा कराएं.

EPFO के इस नए नियम का फायदा

इस नियम के बाद ओवरलैप पीरियड की वजह से PF क्लेम रिजेक्ट होने की समस्या खत्म हो जाएगी जिससे PF ट्रांसफर का प्रोसेस फास्ट होगा. कर्मचारियों को बार-बार PF क्लेम रिजेक्ट होने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा. नए नियम से क्लेम खारिज होने के मामलों में कमी आएगी. करोड़ों सदस्यों को इस नियम से फायदा पहुंचेगा.

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