Faith | Written by: श्यामनंदन |बुधवार मार्च 1, 2017 01:35 PM IST श्रीमद्भगवद्गीता दुनिया के वैसे श्रेष्ठ ग्रथों में है, जो न केवल सबसे ज्यादा पढ़ी जाती है, बल्कि कही और सुनी भी जाती है. कहते जीवन के हर पहलू को गीता से जोड़कर व्याख्या की जा सकती है. भारत की सनातन संस्कृति में श्रीमद्भगवद्गीता न केवल पूज्य बल्कि अनुकरणीय भी है.