Jashn-e-Azaadi | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार अगस्त 14, 2018 12:59 PM IST वास्तव में आजादी के बाद भारतीय खेल इतिहास की उपलब्धियां इतनी ज्यादा रही हैं, जिन पर करोड़ों हिंदुस्तानियों का सीना फख्र से चौड़ा हो सकता है, लेकिन बावजूद इसके अभी भी बहुत कुछ है, जो अधूरा है. कुछ ऐसा है, जो सालता है. मसलन पीवी सिंधु को दो बार विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचकर हार जाना...लेकिन भरोसा है कि जब यहां तक आए हैं, तो भविष्य में और भी आगे जाएंगे.