World | Reported by: समीरन मिश्रा, Translated by: तिलकराज |शुक्रवार अक्टूबर 13, 2023 12:30 PM IST "हमारे पास पहले दो दिनों के लिए पर्याप्त भोजन, पानी और बिजली थी, लेकिन हमारी सबसे बड़ी चुनौती हमारे पीड़ित बच्चों से निपटना था. वे लगातार रो रहे थे, खाने से इनकार कर रहे थे और हमसे बेहद मुश्किल सवाल पूछ रहे थे... हम यहां क्यों पैदा हुए..? इजरायली सेना हमें क्यों मारना चाहती है...?"