Australian Open 2023 Final: भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने अपने जोड़ीदार हमवतन रोहन बोपन्ना (Rohan Bopanna) के साथ शुक्रवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के मिश्रित युगल में उपविजेता रहकर अपने ग्रैंड स्लैम करियर का समापन किया. सानिया ने अपने करियर (Sania Mirza Career) में छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं जिसमें तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल खिताब शामिल हैं.
सानिया और बोपन्ना की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी (Sania Mirza Rohan Bopanna) को रॉड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल (Australian Open Final) में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियाई जोड़ी से 6-7 (2) 2-6 से हार का सामना करना पड़ा.
सानिया मैच के बाद भावुक हो गई और बमुश्किल अपने आंसू थाम पाई.
उन्होंने कहा, “अगर मैं रोती हूं तो यह खुशी के आंसू होंगे. मुझे अभी दो और टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है लेकिन मेरे पेशेवर करियर की शुरुआत मेलबर्न से हुई थी.”
सानिया ने बोपन्ना का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मिश्रित युगल में रोहन मेरा पहला जोड़ीदार था. तब मैं 14 साल की थी और हमने राष्ट्रीय खिताब जीता था. यह 22 साल पुरानी बात है और मैं अपने करियर का अंत करने के लिए उससे बेहतर व्यक्ति के बारे में नहीं सोच सकती. वह मेरा सर्वश्रेष्ठ मित्र और मेरे सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदारों में से एक है.”
42 वर्षीय बोपन्ना ने फ्रेंच ओपन के रूप में मिश्रित युगल का एक ग्रैंड स्लैम (Grand Slam) खिताब जीता है.
सानिया अभी 36 साल की हैं और उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी थी कि दुबई में अगले महीने होने वाली WTA प्रतियोगिता उनके करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा. वह भारत की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी हैं.
सानिया ने महेश भूपति के साथ मिलकर 2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन (Australian Open) और 2012 में फ्रेंच ओपन (French Open) का मिश्रित युगल खिताब जीता था. उन्होंने 2014 में ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन (US Open) का मिश्रित युगल खिताब अपने नाम किया था.
रॉड लेवर एरेना में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है. उन्होंने यहां महिला युगल और मिश्रित युगल का खिताब जीता है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई ओपन में वह चार बार उपविजेता भी रही है.
सानिया ने कहा, “मैंने 2005 में 18 साल की उम्र में यहां शुरुआत की थी और तब मैं सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी. मुझे यहां बार-बार आने और कुछ टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने का सौभाग्य मिला और मैंने यहां कुछ अच्छे फाइनल खेले.”
उन्होंने कहा, “रॉड लेवर एरेना निश्चित तौर पर मेरी जिंदगी में विशेष स्थान रखता है तथा अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत करने के लिए इससे बढ़िया स्थान कोई नहीं हो सकता.”
उनके बेटे इजहान और परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति ने इस मौके को खास बना दिया था.
सानिया ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंडस्लैम फाइनल खेलूंगी इसलिए यह मेरे लिए खास है. मेरा चार साल का बेटा यहां है और मेरे माता-पिता यहां हैं. रोहन की पत्नी, मेरा ट्रेनर और मेरा परिवार ऑस्ट्रेलिया में है जिससे मुझे यहां घर जैसा माहौल लग रहा है.”
उन्होंने कहा, “कारा ब्लैक मेरी बहुत अच्छी सहेली और मेरी सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदार रही है. मैं इन सब जोड़ीदारों के बिना कुछ भी हासिल नहीं कर सकती थी और इसलिए वे मेरे लिए खास हैं.”
भारतीय जोड़ी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले गेम में ही उन्होंने अपनी सर्विस गंवा दी. लेकिन भारत के इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों ने लगातार तीन गेम जीतकर अच्छी वापसी की और जल्द ही 5-3 से बढ़त हासिल कर दी. बोपन्ना की खराब सर्विस के कारण हालांकि उन्हें टाईब्रेकर तक जाना पड़ा.
ब्राजील की जोड़ी ने अपनी लय हासिल कर ली थी और उन्होंने टाईब्रेकर में जीत दर्ज करने के बाद दूसरे सेट में भी अपना दबदबा बनाए रखा. सानिया इस बीच चौथे और आठवें गेम में अपनी सर्विस नहीं बचा पाई थी.
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