बागेश्वर धाम और धीरेंद्र शास्त्री की इन दिनों देशभर में चर्चा
पिछले कुछ दिनों से, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक मंदिर, बागेश्वर धाम, टीवी बहस और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. इन सब के केंद्र में मंदिर के प्रमुख और धर्मगुरु धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी इन दिनों जमकर सुर्खियां बटोर रहे हैं.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
धीरेंद्र शास्त्री, एक धर्मगुरु के तौर पर "कथा" करने के लिए देश भर में यात्रा करते रहते हैं. हाल ही में, महाराष्ट्र स्थित एक अंधविश्वास विरोधी संगठन ने उन्हें नागपुर में एक कार्यक्रम में चमत्कारी शक्तियों का प्रदर्शन करने के लिए चुनौती दी थी.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर के देवता बागेश्वर बालाजी में उनकी आस्था है. "कोई भी मेरे शब्दों और कार्यों को कैमरे पर चुनौती दे सकता है. जो कुछ भी मुझे प्रेरित करेगा, मैं लिखूंगा और जो मैं लिखूंगा वह सच हो जाएगा."
अपनी कथा के एक वीडियो में धीरेंद्र शास्त्री भीड़ में से एक पत्रकार को बुलाकर उसके परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी साझा करते हैं. पत्रकार को यह घोषणा करते हुए देखा जाता है कि यह असाधारण है कि वो उनके बारे में जानते हैं. इसके बाद लोगों ने दावा किया है कि पत्रकार के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सारी जानकारी मिल सकती है.
बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित कई भाजपा नेता धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में सामने आए हैं. अभद्र भाषा के मामलों में आरोपी भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली में धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में एक रैली निकाली और आरोप लगाया कि उन्हें धर्मांतरण और "लव जिहाद" के खिलाफ बोलने के लिए निशाना बनाया जा रहा है.
बागेश्वर धाम की वेबसाइट के मुताबिक धीरेंद्र शास्त्री 26 साल के हैं और उनकी कथा लाखों श्रद्धालुओं को इस धार्मिक स्थल की ओर खींचती है. वेबसाइट के मुताबिक वो कई लोक कल्याणकारी पहलों से जुड़े हैं.