तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हमले के फर्जी वीडियो मामले की 5 बड़ी बातें

जांच में पता चला कि मनोज यादव ने लोकप्रियता हासिल करने और प्रवासी श्रमिकों के बीच अशांति पैदा करने के लिए वीडियो बनाया था. पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

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प्रतीकात्मक फोटो.
चे:

तमिलनाडु में हिंदी भाषी प्रवासी मजदूरों पर हमले की वायरल फर्जी वीडियो मामले में चेन्नई पुलिस ने झारखंड के शख्स को गिरफ्तार किया है. उसने मशहूर होने के लिए तमिलनाडु में प्रवासी कामगारों पर हमले की झूठी वीडियो बनाई थी. इसमें दावा किया गया था कि स्थानीय लोगों ने दूसरे राज्यों के श्रमिकों के साथ मारपीट की थी.

  1. अफवाहों, दुष्प्रचार को लेकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अन्य राज्यों के साथ समन्वय के लिए तमिलनाडु पुलिस पांच वरिष्ठ अधिकारियों का नाम देगी.
  2. हर कंपनी में एक वर्कर को संपर्ककर्ता के तौर पर नामित किया जाएगा.
  3. बातचीत और को-ऑर्डिनेशन के लिए इस व्यक्ति को पुलिस के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर जोड़ा जाएगा.
  4. पुलिस सभी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करेगी.
  5. प्रवासियों पर हमलों के बारे में फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे.
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