Rajasthan: कुएं में लड़ते-लड़ते गिरे दो सांड, रस्सियों से बांधकर हाइड्रोलिक क्रेन के सहारे निकाला बाहर

Rajasthan news: अजमेर के नसीराबाद में दो सांडों को हाइड्रोलिक क्रेन की मदद से बचाया गया, जिसमें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
सांडों को रेसक्यू करते हुए टीम
NDTV

Ajmer Bull Viral News: अजमेर के नसीराबाद के देराथू गांव में एक अजीब नजारा देखने को मिला. यहां हाइड्रोलिक क्रेन की मदद से दो सांडों को बचाया गया. दरअसल, बुधवार शाम को इलाके में आपस में लड़ रहे दो सांड गांव के एक पुराने कुएं में गिर गए. यह देखकर मौके पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. बड़ी संख्या में गांववाले कुएं के पास जमा हो गए.सभी को डर था कि अगर उन्हें समय रहते नहीं बचाया गया तो वे वही मर जाएंगे. इसके बाद गांववालों ने फुर्ती दिखाई और सांडो को बचाने का प्लान बनाया.

ग्रामीणों ने किया पहला प्रयास, गहराई बनी चुनौती

घटना के तुरंत बाद गांव वाले रस्सियों की मदद से कुएं में उतरे और बैलों को बाहर निकालने की कोशिश की. कुआं बहुत गहरा था और दोनों सांड डर के मारे भागने की कोशिश कर रहे थे, जिससे रेस्क्यू में दिक्कत आ रही थी. सांडों के लगातार संघर्ष से स्थिति और भी खतरनाक होती जा रही थी. इसी बीच गांव वालों ने देराथू के सरपंच विजेंद्र सिंह राठौड़ को पूरी घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंचकर सरपंच ने तुरंत मशीनरी से रेस्क्यू करवाने का फैसला किया.

हाइड्रोलिक क्रेन से सफल रेस्क्यू, ग्रामीणों ने जताया आभार

इसके बाद मौके पर हाइड्रोलिक क्रेन बुलाई गई और पूरी सावधानी और समझदारी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. काफी मशक्कत के बाद दोनों सांडों को एक-एक करके कुएं से सुरक्षित बाहर निकाला गया. जैसे ही क्रेन की मदद से सांडों को बाहर निकाला गया, वहां मौजूद बच्चों और लोगों ने तालियां बजाकर जश्न मनाना शुरू कर दिया.समय रहते दोनों सांडों को बाहर निकालने के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली और रेस्क्यू टीम और सरपंच का शुक्रिया अदा किया.

यह भी पढ़ें: नाम में एक अक्षर की गलती से सालों तक भटकता रहा परिवार, 50 साल बाद कागजों में लौटी असली पहचान

यह भी पढ़ें: Rajasthan: जालोर के राघवेन्द्र सिंह ने नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में किया क्वालीफाई, टॉप शूटर्स के बीच बढ़ाया प्रदेश का मान

Featured Video Of The Day
Christmas के मौके पर चर्च में PM Modi, देशभर में धूमधाम से मन रहा जश्न
Topics mentioned in this article