- जोधपुर के एक मिठाई स्टोर में दीपावली के लिए पटाखों जैसे दिखने वाली अनोखी मिठाइयां बनाई जाती हैं
- ये मिठाइयां देखने में पटाखे जैसी लगती हैं, लेकिन अंदर से ड्राई फ्रूट्स से बनी होती हैं
- इन मिठाइयों में हानिकारक रंगों का उपयोग नहीं होता, बल्कि बादाम, काजू, पिस्ता और इलायची का प्रयोग होता है
जैसे ही दीपावली का त्योहार नज़दीक आता है, बाज़ारों में एक ख़ास तरह की रौनक छा जाती है। चारों ओर सजावट, दीपों की जगमगाहट और मिठाइयों की मनमोहक खुशबू फैल जाती है. लेकिन, राजस्थान के जोधपुर में एक ऐसा मिष्ठान भंडार है, जिसने पारंपरिक मिठाइयों को एक बिल्कुल नया और हैरतअंगेज़ रूप दिया है. यह स्टोर हर साल दीपावली पर ऐसी मिठाइयां बनाता है, जो पहली नज़र में बिल्कुल असली पटाखों जैसी लगती हैं.
मिठाई या 'पटाखा': पहली नज़र में पहचानना मुश्किल
जोधपुर के इस प्रसिद्ध मिठाई स्टोर के कारीगरों की कलाकारी देखने लायक है. यहां मिलने वाली मिठाइयां पटाखों के हूबहू रूप में तैयार की जाती हैं. कोई मिठाई 'अनार' जैसी दिखती है, तो कोई गोल 'चकरी', और कुछ तो बिलकुल 'बम' का आकार लिए होती हैं. इनकी बारीकी इतनी शानदार होती है कि कोई भी इन्हें देखकर आसानी से धोखा खा जाए.
लेकिन, जैसे ही इन "पटाखों" को खाने के लिए खोला जाता है, तो अंदर से निकलती है ड्राई फ्रूट्स से बनी लज़ीज़ और सेहतमंद मिठाई, जो स्वाद के साथ सेहत का भी पूरा ध्यान रखती है.
स्वास्थ्य और स्वाद का अनोखा मिश्रण
इन 'पटाखा मिठाइयों' को बनाने में कारीगरों ने बेहतरीन रचनात्मकता और सावधानी बरती है. इनमें किसी भी तरह के हानिकारक रंग या सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया जाता. बल्कि, इन्हें बादाम, काजू, पिस्ता और इलायची जैसे प्रीमियम ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है. यह अनूठी पहल यह सुनिश्चित करती है कि त्योहार पर मिठास के साथ-साथ स्वास्थ्य भी बना रहे.
देश-विदेश तक पहुंचती है जोधपुर की यह मिठास
दुकान मालिक के अनुसार, इन ख़ास 'पटाखा मिठाइयों' की मांग केवल जोधपुर तक ही सीमित नहीं है. दीपावली से करीब एक महीने पहले ही इनके लिए ऑर्डर आने शुरू हो जाते हैं. मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों से भी लोग इन्हें विशेष रूप से मंगवाते हैं. यही नहीं, विदेशों में बसे कई एनआरआई परिवार भी दीपावली पर जोधपुर की परंपरा और इस अनूठी मिठास का स्वाद लेने के लिए इन मिठाइयों के ऑर्डर पहले से ही बुक करवा लेते हैं.