- दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने बाड़मेर जिले के कादानाडी गांव में सेना के भगोड़े जवान गोधूराम के घर दबिश देकर तलाशी ली.
- गोधूराम, उसकी प्रेमिका और एक साथी को दिल्ली में अफीम के दूध की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया और पिस्टल व कारतूस बरामद हुए.
- पूछताछ में पता चला कि गोधूराम सेना से छुट्टी लेकर ड्यूटी पर वापस नहीं लौटा और अफीम तस्करी में शामिल हो गया था.
अफीम के दूध की तस्करी में पकड़े गए सेना के भगोड़े जवान गोधूराम के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने बाड़मेर जिले के कादानाडी (बालोतरा) के दरगुड़ा गांव में उसके निवास पर दबिश दी. टीम ने वहां सर्च ऑपरेशन चलाया और पूरे घर की गहन तलाशी ली. इसके बाद पुलिस सिणधरी थाने पहुंची और जवान के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी जुटाई. दिल्ली पुलिस को 7 जुलाई को एक विशेष सूचना मिली थी कि सेना का पूर्व जवान गोधूराम उसकी प्रेमिका देवी और साथी पीराराम मणिपुर से अफीम दूध की खेप लेकर दिल्ली पहुंचे हैं. दिल्ली में जाल बिछाकर पुलिस ने इन तीनों को क्रेटा कार के साथ धर दबोचा.
पिस्टल और कारतूस भी मिले
तलाशी में 18 किलो अफीम का दूध एक लाइसेंसी पिस्टल और 6 कारतूस बरामद हुए. पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. जहां गोधूराम को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया.
पूछताछ में सामने आया कि गोधूराम सेना से 2024 में छुट्टी पर आया था लेकिन दोबारा ड्यूटी पर नहीं लौटा. तस्करों की लग्जरी लाइफ के लालच में उसने अपनी प्रेमिका के साथ अफीम की तस्करी शुरू कर दी.
पूरा नेटवर्क पुलिस की पकड़ में
मणिपुर से दिल्ली होते हुए यह नेटवर्क मारवाड़ क्षेत्र तक फैला हुआ था. दिल्ली पुलिस ने गोधूराम की निशानदेही पर जोधपुर, बालोतरा और सांचौर में सप्लाई ठिकानों की तस्दीक की और फिर बाड़मेर पहुंचकर उसके आवास और थाने की जांच पूरी की. प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि प्रेमिका के परिजनों से विवाद के बाद ही मुखबिरी हुई, जिससे पूरा नेटवर्क पकड़ में आ गया.
जांच पूरी करने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम वापस लौट गई है लेकिन अफीम तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य कड़ियों की तलाश अभी जारी है.