राजस्थान में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस ने जयपुर के शहीद स्मारक पर मौन सत्याग्रह (Congress Silent Satyagraha) किया. इसमें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने और गुजरात हाईकोर्ट की ओर से 2 साल की सजा बरकरार रहने पर राजस्थान की प्रदेश कांग्रेस ने जयपुर में मौन सत्याग्रह किया.
केंद्रीय कांग्रेस के नेतृत्व के निर्देश पर मौन सत्याग्रह आंदोलन का जयपुर के शहीद स्मारक पर आयोजन किया गया. इसमें प्रदेशभर के विधायक और मंत्रियों समेत कार्यकर्ता एक बार फिर एक मंच पर नजर आए.
सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सुलह के बाद सभी कांग्रेस नेता एक मंच पर नजर आए. हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चोट लगने के कारण इस मौन सत्याग्रह में शमिल नहीं हो पाए. वहीं, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "कुछ दिन पहले दिल्ली के अंदर खरगे ने और राहुल गांधी ने मीटिंग बुलाई थी. प्रदेश के सभी नेता वहां मौजूद थे, सब ने मिलकर निर्णय लिया है कि इस बार हम परिपाटी को तोड़ेंगे और कांग्रेस की सरकार रिपीट करेंगे."
पायलट ने कहा, "बीजेपी के अंदर जो भी बिखराव है, सिर-फुटव्वल है. वो सब देख रहे हैं. मैं ऐसा मानता हूं कि संगठन और सत्ता मिलकर काम करेंगे, तो 25 साल का यह जो क्रम चल रहा है उसको हम तोड़ सकते हैं. जैसा वेणुगोपाल ने कहा था कि मिलकर चुनाव लड़ेंगे और मिलकर हम चुनाव जीत भी सकते हैं."
राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत की सुलह के बाद पहली बार सभी कांग्रेसी नेता एक मंच पर नजर आए. इस कार्यक्रम में कांग्रेसी नेताओं ने एकजुता का संदेश दिया है. राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मीडिया से बातचीत के दौरान सचिन पायलट से मीडिया से बातचीत करने का आग्रह किया. लेकिन सचिन पायलट ने मना कर दिया.