राजस्थान के चूरू जिले में स्थित सरकारी कॉलेजों में फिर से रौनक नजर आने लगी है. सरकारी कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही कॉलेजों में छात्र छात्राओं की चहल कदमी बढ़ गई है. जानकारी के अनुसार 28 जुलाई को कॉलेजों में अंतिम सूची जारी होगी, जबकि 1 अगस्त तक प्रथम वर्ष के छात्रों की रेगुलर क्लासेज़ शुरू होने की संभावना है. लेकिन इस बार कॉलेजों में हुए आवेदनों ने कहीं ना कहीं छात्र-छात्राओं के लिए परेशानियां बढ़ा दी हैं. कॉलेज में दाखिला लेने वाले छात्रों के आवेदनों की तादाद इस बार दोगुनी हो गई है जिसके चलते कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के दाखिले को लेकर मारामारी जारी है.
वहीं, जिले के सरकारी कॉलेजों में प्रवेश के लिए आर्ट्स और साइंस में दोगुने आवेदन हुए हैं जबकि कॉमर्स में सीटों से कम आवेदन हुए हैं. जिले के सरकारी कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष के लिए अपना दाखिला करवाने के इच्छुक छात्र-छात्राओं को इस बार दाखिला नहीं होने का डर सताने लगा है. केवल वाणिज्य संकाय (कॉमर्स) को छोड़ दें तो अन्य सभी सब्जेक्ट्स में सीट कम हैं और आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है. वहीं कला वर्ग में (आर्ट्स) स्थिति और भी ज्यादा खराब है, जहां जिले के सबसे बड़े लोहिया कॉलेज में सीट से दोगुने आवेदन पहुंच गए हैं. लोहिया कॉलेज में कला वर्ग में 1280 सीटें हैं जबकि आवेदनों की संख्या 2433 है. वहीं साइंस में 420 सीटें हैं जबकि 1003 आवेदन हुए हैं. इसके अलावा कॉमर्स में 480 सीटें हैं और महज 279 आवेदन हुए हैं. ऐसे में कॉमर्स में इस बार सीटें खाली रहेंगी. वहीं सरकारी गर्ल्स कॉलेज में भी सीट से दोगुने आवेदन आए हैं.
चूरू के अलावा जिले की तहसील रतनगढ़, राजगढ़, सुजानगढ़, सरदारशहर, तारानगर और बीदासर के सरकारी कॉलेज में बीए में दोगुने से ज्यादा आवेदन आए हैं. वहीं हाल ही में खुले सांडवा कॉलेज में बीए में 160 सीटों पर 249, सिद्धमुख में 160 सीटों पर 177, राजलदेसर कॉलेज में 60 सीटों पर 367, सांडवा के गर्ल्स कॉलेज में 160 सीटों पर 222 आवेदन आए हैं.
एसबीडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार स्वामी ने बताया कि 21 जुलाई को कॉलेज मेरिट और वेटिंग लिस्ट जारी कर देंगे, लेकिन इसके बाद भी 28 जुलाई को अंतिम सूची जारी होगी. प्रथम वर्ष में दो बार अंतिम तिथि बढ़ाने के कारण ये महीना वरीयता सूची जारी होने, दस्तावेज सत्यापन औऱ फीस जमा कराने में स्टूडेंट्स का बीत जाएगा. हालांकि सेकंड ईयर और फाइनल ईयर की कक्षाएं कॉलेज में रेगुलर चल रही हैं.
छात्र संगठनों ने शुरू की सीटें बढ़ाने की मांग
वहीं कॉलेजों में अब सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर छात्र संगठन भी मैदान में उतर आए हैं. छात्र संगठन एसएफआई से जुड़े हुए छात्र नेता रामकिशन छिपा ने बताया कि "पास किया को प्रवेश दो" हमारी मांग है. हम शिक्षा विभाग और कॉलेज प्रशासन से मांग करते हैं कि जिन विद्यार्थियों ने आवेदन किया उन सभी का दाखिला कॉलेज में किया जाए, इसलिए हम ज्ञापन भी दे रहे हैं और हमारी मांग पूरी नहीं की जाती है तो हम धरना भी कॉलेज के आगे देंगे. लेकिन कॉलेज प्रशासन को सीटें बढ़ानी पड़ेंगी ताकि सभी छात्र-छात्राओं का एडमिशन कॉलेज में हो सके.