- टोंक शहर में एक पिता ने अपनी बेटी की शादी की बिंदोरी समारोह में दूल्हे जैसी भव्यता दिखाई
- दुल्हन नीलिमा ने बग्गी में बैठकर खुशी जताई और नाच-गाना करते हुए अपनी उत्सव भावना व्यक्त की
- पिता ने कहा कि बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं होतीं और वे गर्व का कारण हैं
आज के दौर में बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं हैं. इस बात को सच कर दिखाया है टोंक शहर के एक पिता ने, जिन्होंने समाज को एक खूबसूरत संदेश देते हुए अपनी इकलौती बेटी की शादी के जश्न को यादगार बना दिया. सोमवार की रात टोंक शहर में एक अनोखा नजारा देखने को मिला. यहां एक पिता ने अपनी लाडली, दुल्हन नीलिमा की बिंदोरी (शादी से पहले की रस्म) बिल्कुल उसी ठाठ-बाट से निकाली, जैसे आमतौर पर दूल्हों की निकाली जाती है.
खुशी से झूम उठी दुल्हन
अक्सर शादियों में दुल्हन को संकोच में देखा जाता है, लेकिन यहां नजारा अलग था. पिता के इस सरप्राइज और प्यार को देख दुल्हन नीलिमा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. नीलिमा को एक सजी-धजी बग्गी में बैठाया गया. बग्गी में बैठी नीलिमा ने न केवल डांस करके अपनी खुशी का इजहार किया, बल्कि जमकर आतिशबाजी भी की.
पिता का संदेश- 'बेटी है मेरा अभिमान'
इस मौके पर पिता का सीना गर्व से चौड़ा था. उन्होंने भावुक होते हुए कहा, "आज बेटियां किसी से कम नहीं हैं. मेरी बेटी मेरा अभिमान है और उसकी खुशियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए."
नाचते-गाते घरवालों और मित्रों के हुजूम के बीच जब यह बिंदोरी शहर से गुजरी, तो देखने वाले बस देखते ही रह गए. लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बेटी वाकई बाप के दिल का टुकड़ा होती है और आज की बेटी पिता का असली अभिमान है.














