Ajmer urs 2025: अजमेर शरीफ दरगाह पर गुर्जर समाज की ओर से चादर चढ़ाई गई. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने कहा कि यह चादर भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, ईरान और दुनियाभर में बसे गुर्जर समुदाय की ओर से चढ़ाई गई. खास तौर पर हिंदुस्तान में बसे मुस्लिम गुर्जरों, सिख गुर्जरों और गद्दी मुसलमानों, साथ ही जम्मू कश्मीर के गुर्जर बकरवाल समुदाय की ओर से पेश की गई. इस मौके पर भाजपा नेता और संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैसला गुरुवार (25 दिसंबर) को अजमेर शरीफ़ दरगाह पहुंचे. यहां उन्होंने चादर पेश की और ज़ायरीनों को भोजन करवाया. उन्होंने कहा कि इस पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई चादर और “सबका साथ, सबका विकास” संदेश के संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए. इस बारे में उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर जानकारी भी दी.
कर्नल बैंसला को किया याद
उन्होंने बताया, "बीते कल गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की टीम के साथ अजमेर शरीफ़ दरगाह पहुंच कर दरगाह पर चादर पेश की. ज़ायरीनों को भोजन करवाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मेरे पिता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भी अजमेर शरीफ आया करते थे. मुझे खुशी है कि मुझे भी उनके नक्शे कदम पर चलकर सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के मार्ग पर अग्रसर रहने का सौभाग्य मिल रहा है."
हर साल समाज की ओर से पेश होगी चादर
बैंसला के मुताबिक, दरगाह के प्रमुख खादिम सैयद बिलाल चिश्ती ने पूरे गुर्जर समुदाय को आश्वासन दिया कि नेक और जायज़ माँगों के लिए समस्त गुर्जर समाज को पूरा सहयोग दिया जायेगा. साथ ही दरग़ाह प्रमुख खादिम सैयद बिलाल चिश्ती ने यह घोषणा भी की है कि कर्नल साहब में सम्मान में दरग़ाह के ख़ादिम समुदाय हर साल कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की पुण्यतिथि के दिन गुर्जर समाज के साथ शामिल होकर दरगाह में ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करेंगे. साथ ही अब से हर साल - सदभावना, सौहार्द, अच्छी शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य समेत तमाम संदेशों के साथ उर्स के पर्व पर समाज की चादर पेश की जाएगी.
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