जस्सी गिल ने पैसे जुटाने के लिए कभी धोईं थीं कारें, आज हर किसी के ज़ुबां पर हैं उन्हीं के गाने

म्यूज़िक इंडस्ट्री में जस्सी गिल को अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था. पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से बॉलीवुड तक का उनका सफर आसान नहीं रहा. बचपन से ही जस्सी म्यूजिक के बेहद शौकीन थे.

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पैसे जुटाने के लिए कभी जस्सी गिल ने धोईं थीं कारें
नई दिल्ली:

अपने जबरदस्त टैलेंट से पंजाबी इंडस्ट्री में ही नहीं हिंदी सिनेमा में भी पहचान बनाने वाले जस्सी गिल आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. वो पंजाब के सबसे हैंडसम दिखने वाले एक्टर्स और सिंगर्स में से एक हैं. उनका जन्म 26 नवंबर 1988 को लुधियाना के खन्ना के जंदाली गांव में हुआ था. वो पंजाब के एक जाट सिख परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनका असली नाम जसदीप सिंह गिल है. हैरान कर देनी वाली बात ये है कि जस्सी गिल की कभी भी सिंगर बनने की ख्वाहिश नहीं थी. उन्हें लांसर ने ऐसे पॉपुलर बना दिया कि आज हर कोई उन्हीं के गानों पर झूमता है. आज जस्सी गिल अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं. चलिए उनके बर्थडे पर जानते हैं उनकी ज़िंदगी से जुडी कुछ खास बातें. 

म्यूज़िक इंडस्ट्री में पहचान बनाना नहीं रहा आसान 

म्यूज़िक इंडस्ट्री में जस्सी गिल को अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था. पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से बॉलीवुड तक का उनका सफर आसान नहीं रहा. बचपन से ही जस्सी म्यूजिक के बेहद शौकीन थे. अपने इसी शौक को पूरा करने के लिए साल 2013 में अपना पहला एल्बम बेचमैट रिलीज किया. पहले गाने से ही जस्सी सुपरस्टार बन गए थे. इसके बाद जस्सी गिल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. म्यूजिक में सफलता पाने के बाद उन्हें पंजाबी फिल्मों में भी काम मिलने लगा.जस्सी गिल ने फिल्म 'हैप्पी फिर भाग जाएगी' से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया. इसके बाद उन्होंने  बॉलीवुड की पंगा गर्ल कंगना रणौत के फिल्म में काम किया. फिल्म 'पंगा' में उनके पति के करिदार में जस्सी गिल नजर आए. इस फिल्म में उनकी एक्टिंग  को काफी पसंद किया गया था. 

क्लास से भाग जाया करते थे जस्सी

2014 में फिल्म मिस्टर एंड मिसेज 420 में बेस्ट एक्टर के लिए पीटीसी पंजाबी फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित जस्सी गिल की गिनती होनहार छात्रों में नहीं होती थी. वो हमेशा क्लास से भाग जाते थे. उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था.. लगता भी कैसे, दिल जो म्यूज़िक से लगा बैठे थे. 

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उनके प्रोफ़ेसर ने पहचानी प्रतिभा

जस्सी गिल के म्यूज़िक टैलेंट को उनके प्रोफेसर नरिंदर धीमान ने देखा. इस टैलेंट को उन्होंने न सिर्फ निखारा बल्कि उन्हें पंजाबी संगीत जगत के सबसे टैलेंटेड सिंगर्स में से एक बना दिया. जस्सी गिल को सिंगिंग ट्रायल क्लियर करने के लिए कहा गया. शुरुआत के ट्रायल  को पास करने के बाद उन्होंने कॉलेज फंक्शन में गाया जहां जस्सी को उनके गाने के लिए फर्स्ट प्राइज़ मिला. जिम लवर जस्सी ने संगीत के अलावा फिजिकल एजुकेशन जैसे सब्जेक्ट के साथ गोबिंदगढ़ कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. दिखावे में विश्वास न करने वाले जस्सी अपनी स्टूडेंट लाइफ में बस से ही सफर किया करते थे.

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बैचमेट एल्बम से किया था बतौर सिंगर डेब्यू 

जस्सी गिल ने बतौर सिंगर ने साल 2013 में अपना डेब्यू 'बैचमेट' एल्बम से किया था. अपने पहले ही गाने से जस्सी सुपरस्टार बन गए. इससे पंजाबी म्यूज़िक इंडस्ट्री में उनकी धूम मच गई. जस्सी को लाइव परफॉर्म करना पसंद है.रातों रात जस्सी गिल पॉपुलर हो गए और उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने लगीं. 

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कारें धोकर जुटाया दूसरे एल्बम के लिए पैसा

अपनी इस सक्सेस का स्वाद चखने के लिए जस्सी गिल को 3 साल की कड़ी मेहनत से होकर गुरजना पड़ा. बहुत कम लोग ये जानते होंगे कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपने सिक्का जमाने से पहले जस्सी गिल कार धुलने का काम किया करते थे. दरअसल, अपना म्यूजिक एल्बम रिलीज करने के लिए जस्सी को पैसों की जरूरत थी. ऐसे में वो ऑस्ट्रेलिया में रह रहीं अपनी बहन के पास गए और वहां 3 महीनों तक लोगों की गाड़िया धोईं.  वो एक साल बाद लौटे और एल्बम बैचमेट 2 के साथ फिर से अपनी किस्मत आजमाई. लांसर जस्सी गिल का सबसे लोकप्रिय गाना है.

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