- मोगा के मजदूर अजमेर सिंह को GST विभाग ने उनके नाम पर ₹35 करोड़ जमा करने का नोटिस भेजा है
- अजमेर सिंह के नाम से फर्जी कंपनी रजिस्टर्ड कर करोड़ों रुपये का धोखाधड़ी भरा लेनदेन किया गया है
- दो साल पहले भी उन्हें ₹21 लाख का GST नोटिस मिला था, पर विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की थी
जहां एक ओर देश में ऑनलाइन ठगी और डेटा चोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं मोगा के बोहना चौक में रहने वाले एक मज़दूर के साथ हुआ, यह वाकया बेहद चौंकाने वाला है. दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार चलाने वाले अजमेर सिंह को GST (वस्तु एवं सेवा कर) विभाग ने ₹35 करोड़ जमा करने का नोटिस भेजा है. यह नोटिस देखकर अजमेर सिंह के पैरों तले ज़मीन खिसक गई. उनके नाम पर फर्जी तरीके से एक कंपनी रजिस्टर्ड करवाकर करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया है.
दो साल पहले भी आया था नोटिस, पर नहीं हुई कार्रवाई
अजमेर सिंह ने बताया कि यह पहली बार नहीं है, जब उन्हें GST नोटिस मिला है. उन्होंने कहा कि दो साल पहले 2022 में भी उन्हें ₹21 लाख का नोटिस आया था. उस समय भी वह GST दफ्तर पहुंचे और जांच की मांग की, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस बार रकम ₹35 करोड़ होने के कारण वे बुरी तरह घबरा गए हैं. अजमेर सिंह ने कहा, "कभी काम मिलता है, कभी नहीं, पर इतनी बड़ी रकम का नोटिस देखकर मैं समझ नहीं पा रहा कि यह सब कैसे हो गया."
फर्जी कंपनी और करोड़ों का लेनदेन
इस बार नोटिस मिलने के बाद जब अजमेर सिंह स्पष्टीकरण लेने के लिए लुधियाना GST दफ्तर पहुंचे, तो उन्हें चौंकाने वाली जानकारी मिली. उनके नाम से किसी ने फर्जी तरीके से 'CEE KAY INTERNATIONAL' नाम की एक कंपनी रजिस्टर्ड करवाई है. कंपनी का पता लुधियाना के गिल रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में दिखाया गया है. कंपनी को रजिस्टर्ड करने और GST नंबर लेने के लिए अजमेर सिंह के आधार कार्ड और पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया. इसी आधार पर करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया और GST धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया.
'मेरा तो पैन कार्ड भी नहीं है'
अजमेर सिंह ने दावा किया है कि उनका तो कोई पैन कार्ड है ही नहीं, उन्होंने कभी बनवाया ही नहीं. संभवतः अपनी जानकारी के दुरुपयोग पर उन्होंने बताया कि कोरोना काल में किसी संस्था ने उन्हें राशन देने के लिए आधार कार्ड मांगा था, हो सकता है कि उसी समय उनकी व्यक्तिगत जानकारी का गलत इस्तेमाल किया गया हो.
GST विभाग ने अजमेर सिंह को थाने में शिकायत दर्ज करवाने की सलाह दी. इसके बाद अजमेर सिंह ने मोगा सिटी साउथ थाने पहुंचकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. गरीब मज़दूर ने इंसाफ की मांग करते हुए कहा कि उनके नाम पर हुए इस बड़े घोटाले की जांच हो और जिन्होंने करोड़ों रुपये की GST धोखाधड़ी करके सरकार को नुकसान पहुंचाया है, उन्हें सख्त सज़ा मिलनी चाहिए. मौजूदा काउंसलर जगजीत सिंह जीता ने इस घटना को "गरीब परिवार के साथ बहुत बड़ा धोखा" बताया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.














