भगवंत मान सरकार के गुरबाणी के फ्री प्रसारण वाले मुद्दे पर पंजाब में क्यों हो रहा विवाद, यहां समझें

Gurbani Telecast: अमृतसर के हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) से सुबह शाम गुरबाणी का प्रसारण होता है. साल 1998 से गुरबाणी का प्रसारण हो रहा है.

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अमृतसर:

पंजाब (Punjab) की भगवंत मान सरकार कैबिनेट की बैठक में गुरबाणी के प्रसारण को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है. इसके तहत अब अमृतसर के हरमंदिर साहिब (स्‍वर्ण मंदिर) में होने वाली गुरबाणी के प्रसारण (Gurbani Telecast) के लिए टेंडर की जरूरत नहीं होगी. यह सभी के लिए पूरी तरह मुफ्त होगा. भगवंत मान सरकार (Bhagwant Mann Government) का कहना है कि अमृतसर के हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) से प्रसारित होने वाली गुरबाणी का प्रसारण सभी के लिए मुफ़्त होना चाहिए. इसके लिए कैबिनेट में सिख गुरद्वारा एक्ट 1925 में नई धारा जोड़कर मौजूदा पंजाब सरकार विधानसभा में प्रस्ताव लाने वाली है.

आपको बता दें कि अमृतसर के हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) से सुबह शाम गुरबाणी का प्रसारण होता है. साल 1998 से गुरबाणी का प्रसारण हो रहा है. साल 2007 से गुरबाणी के प्रसारण का अधिकार बादल परिवार के स्वामित्व वाले PTC नेटवर्क के पास है. PTC नेटवर्क सालाना 2 करोड़ रुपये SGPC को इसके लिए देता है. PTC नेटवर्क का कहना है कि इसके साथ SGPC के देशभर में जितने भी समागम/कार्यक्रम होते हैं, उनको वो कवर करके अपने चैनल के माध्यम से पूरी दुनिया में दिखाता है. इसके साथ ही हर हफ्ते SGPC के कार्यक्रमों पर अलग से प्रोग्राम प्रसारित करता है.

PTC नेटवर्क का दावा है कि कुल मिलाकर 10 से 12 करोड़ रुपये वो कवरेज और टेलीकास्ट पर खर्च करता है. गुरबाणी के प्रसारण लिए SGPC और PTC नेटवर्क का कॉन्ट्रैक्ट जुलाई 2023 में खत्म हो रहा है.

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ऐसे में पंजाब सरकार चाहती है कि हरमंदिर साहिब (Harminder Sahib) से गुरबाणी का प्रसारण टेंडर करके किसी एक चैनल को ना दिया जाए बल्कि टेंडर प्रक्रिया बंद की जाए और जो कोई भी चैनल गुरबाणी प्रसारित करना चाहता है उसको ऐसा करने की आजादी दी जाए. जबकि SGPC इसे धार्मिक मामलों में सरकार की दखलअंदाजी करार दे रही है.

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वहीं, विपक्ष यह सवाल उठा रहा है कि सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 केंद्र सरकार का बनाया हुआ कानून है, जिसको राज्य सरकार संशोधित नहीं कर सकती है.हालांकि, कांग्रेस में इस मुद्दे पर मतभेद दिखाई दे रहे हैं.एक तरफ पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू भगवंत मान के इस कदम की जमकर तारीफ कर रहे हैं.जबकि दूसरी तरफ पार्टी के ही पंजाब के अहम नेता और विधायक सुखपाल सिंह खैरा भगवंत मान पर सवाल उठा रहे हैं.

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