पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सुरक्षा में चूक मामले को लेकर फिरोजपुर पुलिस ने प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है. अज्ञात लोगें के खिलाफ यह एफआईआर, भारतीय दंड सहिता के सेक्शन 283 के तहत दर्ज की गई है. इंस्पेक्टर बलबीर सिंह के 6 जनवरी को कुलगरी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराए गए बयान के आधार पर यह एफआईआर दर्ज की गई है. हैरानी की बात यह है कि पुलिस लगातार किसानों को प्रदर्शन खत्म करने और हाईवे को 'साफ' कराने की कोशिश कर रही थी लेकिन FIR अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है. भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के सदस्य हाईवे को ब्लॉक करने की बात कैमरे पर स्वीकार कर चुके हैं.
'पंजाब पुलिस ने खुफिया इनपुट को किया नजरअंदाज़' : PM की सुरक्षा में चूक पर गृह मंत्रालय
भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के प्रमुख सुरजीत सिंह फूल ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा था कि जब फिरोजपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उनसे यह कहते हुए सड़क खाली करने को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग से रैली करने जा रहे हैं, तो उन्हें लगा था कि अधिकारी उन्हें वहां से हटाने के लिए झांसा दे रहे हैं.
'ये पंजाबियत को बदनाम करने की साजिश', पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के आरोपों पर बोले चन्नी
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर यात्रा बड़ी सुरक्षा चूक का हवाला देते हुए रद्द कर दी गई थी. प्रधानमंत्री बुधवार को हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने के लिए बठिंडा पहुंचे थे, उन्हें हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल पर ले जाया जाना था, लेकिन बारिश और खराब दृश्यता के कारण, उन्होंने मौसम साफ होने के लिए लगभग 20 मिनट तक इंतजार किया. गृह मंत्रालय ने बताया, 'जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह फैसला लिया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा. डीजीपी पंजाब पुलिस की ओर से जरूरी सुरक्षा इंतजाम की पुष्टि के बाद सड़क मार्ग से उनका काफिला आगे बढ़ा था.जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो प्रदर्शनकारी किसानों ने सड़क को बंद कर रखा था. गृह मंत्रालय ने कहा, 'प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी.' घटनास्थल के दृश्यों में पीएम के काफिले को फंसा हुआ देखा गया और उन्हें वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा था.