Punjab: पंजाब के कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Sidhu) ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के लिए 'रणनीतिकार' प्रशांत किशोर (Poll strategist Prashant Kishor) की सेवाएं लेने के बाद में फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा. सिद्धू का यह बयान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Channi)की ओर से प्रशांत किशोर की सेवाएं लेने के संकेत दिए जाने के दो दिन बाद आया है. चन्नी ने संकेत दिया था कि वे पंजाब के 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने में रणनीतिक रूप से मददगार प्रशांत की सेवाएं ले सकते हैं. सिद्धू ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, 'पार्टी इस बारे में निर्णय करेगी...यदि मुख्यमंत्री उन्हें 'हायर' करना चाहते हैं तो हाईकमान इस बारे में फैसला करेगा.' गौरतलब है कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन पार्टी अंदरूनी मतभेदों में ही घिरी हुई है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया लेकिन पार्टी को एक और अल्टीमेटम दे दिया.
कई लोगों का मानना है कि इन समस्याओं के केंद्रबिंदु स्वयं सिद्धू हैं जो अपनी ही पार्टी और सरकार पर लगातार 'हमलावर' हैं. उन्होंने शुक्रवार को सीएम पर राज्य में ड्रग स्मगलिंग समस्या और वर्ष 2015 के बेअदबी मामले में उन पर निशाना साधा. जानकारी के अनुसार, पंजाब के पहले दलित नेता के तौर पर सीएम पद संभालने के बाद सिद्धू और चन्नी एक दूसरे को 'पसंद' नहीं करते हैं. हालांकि सीएम सार्वजनिक तौर पर इसका खंडन करते रहे हैं.
सिद्धू ने राज्य कांग्रेस प्रमुख पद से इस कारण इस्तीफा दिया था क्योंकि कथित तौर पर सीएम चन्नी ने राज्य के शीर्ष अधिकारियों और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति के लिए उनसे (सिद्धू ने ) सलाह नहीं ली थी. पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि वे राज्य पार्टी प्रमुख के पद पर लौटेंगे लेकिन तभी नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति की जाएगी. गौरतलब है कि न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi)ने तीन नवंबर को संकेत दिए थे कि प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) को पंजाब कांग्रेस संभवत: चुनाव रणनीतिकार के तौर पर बनाए रखेगी. एक वीडियो में चन्नी को यह कहते हुए सुना गया था कि कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने उन्हें (सीएम को) को बताया है कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रशांत किशोर पंजाब के चुनाव रणनीतिकार होंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में जब जीत हासिल की थी तब भी प्रशांत किशोर ने रणनीतिकार की भूमिका निभाई थी.
वीडियो में सीएम चन्नी ने मीटिंग में यह भी कहा था कि दो किलोवाट तक के किसानों के बिजली के बिल माफ करना मास्टरस्ट्रोक साबित होगा. उन्होंने विधायकों को अपने संबोधन में कहा थाकि आप सभी के सुझावों के आधार पर बिजली की दरों में तीन रुपये की कटौती की गई है. आप सबने हमें इस बारे को सुझाव दिया था कि फ्री बिजली के बजाय बिजली के दरों में कटौती की जानी चाहिए. अभी हमारे पास डेढ़ माह का वक्त है और मैं आश्वस्त करता हूं कि आप जो भी सुझाव देंगे, उस पर अमल किया जाएगा. फंड कोई मुद्दा नहीं होगा. मंत्री सर्वसम्मति से फैसले ले रहे हैं और भगवान की कृपा से चीजें लाइन पर आने लगेंगी. कार्यकर्ता भी बेहद उत्साहित हैं लेकिन हमें मिलकर अपनी ऊर्जा को सही दिशा में आगे बढ़ाना होगा.